नयी दिल्ली। भारत बायोटेक द्वारा यह कहे जाने के बाद कि वह दिल्ली को फिलहाल कोवैक्सिन की और अधिक खुराकों की आपूर्ति नहीं कर सकता है, दिल्ली सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से मदद के लिए आगे आने और कोविशील्ड टीका प्रदान करने का आग्रह किया। सरकार ने कहा कि उसके पास 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों के लिए कोविशील्ड का सीमित भंडार है, जो कि एक सप्ताह में खत्म हो जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसको लेकर, एसआईआई ने कहा कि वे देश भर में टीका की जरूरतों को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
एसआईआई को लिखे पत्र में, दिल्ली सरकार की परिवार कल्याण निदेशक, डॉ. मोनिका राणा ने कहा, "हम समयबद्ध तरीके से पर्याप्त मात्रा में टीका उपलब्ध कराने के लिए आपके सहयोग पर भरोसा करते हैं।" उन्होंने कहा, "दिल्ली के पास 18 से 44 साल तक लोगों के लिए कोविशील्ड टीके का सीमित भंडार है जो एक सप्ताह में खत्म हो जाएगा और टीकाकरण नहीं होने के कारण टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ेगा।" पत्र में कहा गया, "ऐसा न हो, इसके लिए, आपसे अनुरोध है कि आप हमें बचाने के लिए आएं और तुरंत अधिक टीके प्रदान करें।"
डॉ राणा ने कहा कि दिल्ली एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है और सभी पात्र लाभार्थियों के समय पर टीकाकरण से महामारी को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने उनके पत्र के जवाब में कहा, "हम आपकी चिंता को पूरी तरह से समझते हैं और कोविड-19 महामारी के दौरान दिल्ली और देशभर की टीका जरुरतों को पूरा करने के हमारे सर्वोत्तम प्रयासों का एक बार फिर से आपको आश्वासन देते हैं।"
सिंह ने अपने पत्र में कहा, “हमारे सीईओ, अदार सी पूनावाला के नेतृत्व में, कंपनी कोविशील्ड का उत्पादन करने के लिए अथक प्रयास कर रही है और आने वाले दो-तीन महीनों में उत्पादन को अपनी अधिकतम क्षमता तक बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हमारे देश में कोविड-19 टीके की जरूरतों को पूरा किया जा सके।”
उन्होंने कहा, "हम भारत सरकार, राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों की टीका संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और इस संबंध में भारत सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।" मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टीके की कमी को लेकर पत्र लिखा और कहा कि केंद्र को देश में टीके का उत्पादन बढ़ाने के लिए अन्य सक्षम दवा कंपनियों के साथ दो टीका निर्माताओं के टीके के फार्मूले को साझा करना चाहिए।