नयी दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से दुनिया में फिर हाहाकार मच गया है। दूसरी लहर जैसी स्थिति फिर न बने, इसके लिए तैयारी भी शुरू हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार ने अफ्रीकी देशों से कोविड-19 के नए वेरिएंट के खतरे के मद्देनजर उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलायी है।
केंद्र ने बृहस्पतिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा था कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले या इन देशों के रास्ते आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी जांच की जाए। इन देशों में कोविड-19 के नए वेरिएंट के सामने आने की सूचना है जिसके जनस्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकते हैं।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘अफ्रीकी देशों से कोविड-19 के नए वेरिएंट के खतरे के मद्देनजर, हमने विशेषज्ञों से सोमवार को डीडीएमए से चर्चा करने और यह सुझाव देने को कहा है कि हमें कौन से कदम उठाने चाहिए। हम आपकी और आपके परिवार की रक्षा के लिए आवश्यक सभी कदम उठाएंगे।’’
ऐसी आशंका है कि कोविड-19 के नए वेरिएंट से बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन हो सकता है जो पहले कभी नहीं देखा गया। दक्षिण अफ्रीका में प्राधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इससे जुड़े 22 संक्रमित मरीजों की पुष्टि की। इंपीरियल कॉलेज लंदन के विषाणु विज्ञानी डॉ टॉम पीकॉक ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपने ट्विटर अकाउंट पर वायरस के नए वेरिएंट (बी.1.1.529) का विवरण पोस्ट किया था। उसके बाद वैज्ञानिक इस स्वरूप पर गौर कर रहे हैं।
हालांकि, ब्रिटेन में इसे चिंता पैदा करने वाले स्वरूप की श्रेणी में अभी औपचारिक रूप से वर्गीकृत नहीं किया गया है। दुनिया भर के वैज्ञानिक तेजी से फैलने के संकेतों के मद्देनजर नए वेरिएंट पर अब गौर करेंगे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान- नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (एनआईसीडी) ने पुष्टि की कि दक्षिण अफ्रीका में बी.1.1.529 का पता चला है और जीनोम अनुक्रमण के बाद बी.1.1.529 के 22 मामलों की पुष्टि हुई है।
जानकार इस वेरिएंट को समझने में जुट गए हैं। उन्हें लगता है कि यह डेल्टा से ज्यादा रफ्तार से फैलता है। साथ ही यह वैक्सीन को चकमा दे सकता है। यानी इस पर वैक्सीन बेअसर है। दक्षिण अफ्रीका में इस वेरिएंट की पहचान हुई है। यह स्ट्रेन बोत्सवाना सहित आसपास के देशों में फैल गया है। इसने पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों को भी संक्रमित किया है।