नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार, रानीखेड़ा में 150 एकड़ भूमि पर उच्च तकनीक वाला बिजनेस पार्क स्थापित करेगी, जो हवाई अड्डे से सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर होगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएसआईआईडीसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पहले चरण का काम निर्धारित समय में पूरा करने का निर्देश दिया। अपनी तरह के पहले बिजनेस पार्क में विभिन्न आईटी सेवाएं, हाइटेक उद्योग सहित अन्य संस्थान होंगे।
दिल्ली सरकार ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले औद्योगिक कचरे को उपचारित करने के लिए आधुनिक तकनीकि के प्लांट स्थापित करने पर भी कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से समाप्त करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है। सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित बैठक में डीएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने बिजनेस पार्क के निर्माण की विस्तृत योजना प्रस्तुत की। इस बैठक में उद्योग मंत्री सत्येन्द्र जैन समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिजनेस पार्क के निर्माण का पहला चरण निर्धारित समय में पूरा किया जाना चाहिए। प्रत्येक परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। अपनी तरह का यह पहला बिजनेस पार्क होगा जो सड़क और राजमार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा होगा। इसके अलावा दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर होगा। बिजनेस पार्क में प्रत्येक मंजिल पर बड़े आकार के कार्यस्थल होंगे और बहुउद्देशीय व्यावसायिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
इस बिजनेस पार्क का डिजाइन बहुत अच्छा और पैदल चलने के अनुकूल होगा। इमसें खानपीन (एफएंडबी) की सुविधा के साथ सभी तरह की सुविधाएं होंगी। दिल्ली सरकार यहां पर बड़ी और पर्याप्त पार्किंग बनाएगी। दिल्ली सरकार अपनी तरह के पहले बिजनेस पार्क का सात अलग-अलग चरणों में निर्माण करेगी। बिजनेस पार्क के पहले चरण का कार्य 31 अगस्त 2022 तक पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 15 लाख वर्ग फुट की बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा।
डीएसआईआईडीसी ने बैठक में वर्तमान में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी पेश की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक में आम अपशिष्ट उपचार संयंत्रों से निकलने वाले औद्योगिक कचरे को आधुनिक तकनीक से उपचारित करने का निर्देश दिया।