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Hindi News दिल्ली वन महोत्सव: दिल्ली सरकार 26 जून से 11 जुलाई तक लगाएगी 33 लाख पेड़, गोपाल राय ने दी जानकारी

वन महोत्सव: दिल्ली सरकार 26 जून से 11 जुलाई तक लगाएगी 33 लाख पेड़, गोपाल राय ने दी जानकारी

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि इस साल दिल्ली सरकार 26 जून से 11 जुलाई तक वन महोत्सव मनाएगी। इस दौरान 33 लाख पेड़ लगाए जाएंगे। 

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय- India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय

नयी दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि इस साल दिल्ली सरकार 26 जून से 11 जुलाई तक वन महोत्सव मनाएगी। इस दौरान 33 लाख पेड़ लगाए जाएंगे। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मंत्री ने कहा कि विभिन्न औषधीय पौधे सात जून से सरकार द्वारा संचालित 14 नर्सरी में निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। दिल्ली के पर्यावरण विभाग ने एक पुस्तिका भी जारी कर नर्सरी में उपलब्ध कराए जाने वाले पौधों के बारे में जानकारी दी। इनमें अमरूद, तुलसी, आंवला और गिलोय के पौधे होंगे।

दिल्ली वासियों से अभियान से जुड़ने का अनुरोध करते हुए गोपाल राय ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण घटाने के लिए कई अभियान चला रही है और इन प्रयासों से हवा प्रदूषण में 25 प्रतिशत तक कमी लाने में मदद मिली है। ’’ राय ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली के लोगों से आगे आने और इस मुहिम से जुड़ने की अपील करता हूं । जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ जैसे खुशी के मौके पर पार्क, अपने मकान की छत या बरामदे में एक पौधा लगाएं।’’

उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष, दिल्ली के सभी मंत्री, विधायक, गैर सरकारी संगठन और आरडब्ल्यूए इस अभियान में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि वृहद पौधारोपण अभियान के संबंध में नौ जून को डिजिटल बैठक में अंतिम निर्णय किया जाएगा। दिल्ली सरकार के विभिन्न विभाग, डीडीए, एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और बीएसईसी समेत विभिन्न एजेंसियां इसका संचालन करेंगी।

मंत्री ने कहा, ‘‘पौधारोपण अभियान पूरे साल चलेगा, वहीं वन महोत्सव 15 दिनों का होगा जिसमें सभी सरकारी एजेंसियां साथ आएंगी और पौधारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी।’’ अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 32 लाख पौधे लगाए थे। इनमें से 5.5 लाख पौधे वन विभाग ने लगाए। सरकार को आशा है कि शहर का हरित क्षेत्र 350 वर्ग किलोमीटर का हो जाएगा जो कि 2019 में 325 वर्ग किलोमीटर था।