दिल्ली सरकार ने 70 विधानसभा क्षेत्रों में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान की शुरुआत की
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू किया।
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू किया। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इंडिया गेट के पास राजपथ क्रॉसिंग से इस अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के बारे में गोपाल राय ने कहा, "प्रदूषण की समस्या सिर्फ आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार की नहीं, बल्कि सब की है, जो पार्टी और सरकार से ऊपर है।"
उन्होंने सरकारों के साथ-साथ सभी जन प्रतिनिधियों और दिल्ली के निवासियों से अपील करते हुए कहा कि यह सब की जिम्मेदारी है कि सभी प्रदूषण को कम करने में अपने हिस्से का योगदान दें।
उन्होंने कहा, "ट्रैफिक सिग्नल्स पर एक वाहन करीब 15 से 20 मिनट तक रुकता है। उस दौरान वाहनों से धुआं निकलता है और वाहन का ईंधन भी जलता है। इस अभियान का उद्देश्य रेड लाइट पर खड़े वाहनों को बंद कर 15 से 20 प्रतिशत तक प्रदूषण को कम करना है।"
दिल्ली सरकार 2 नवंबर से दिल्ली के सभी 272 वार्डो में इस अभियान को शुरू करने जा रही है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान में अपनी भागीदारी दे सकें।
आने वाले दिनों में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष और दिल्ली के अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ-साथ सभी विधायक भी इस अभियान में शामिल होंगे। दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान में शामिल होकर रेड लाइट पर अपने वाहनों को बंद करके अपनी हिस्सेदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
पर्यावरण मंत्री राय ने सोमवार को सी हेक्सागन, राजपथ क्रॉसिंग पर 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा, "दिल्ली के अंदर 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान आज से सभी 70 विधानसभाओं में शुरू हो रहा है। दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 9 बजे से अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान से बड़ी तादाद में दिल्ली के लोग जुड़ रहे हैं। लोगों को जागरूक किया जा रहा है।"
'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान 21 अक्टूबर से शुरू किया था। अब यह अभियान दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक साथ शुरू हुआ है। 2 नवंबर से इस अभियान को दिल्ली के 272 वार्डो में लेकर जाया जाएगा, जिससे कि अधिक से अधिक लोग इस अभियान में हिस्सा ले सकें।
दिल्ली सरकार का यह मानना है कि अगर प्रदूषण की समस्या दिल्ली के दो करोड़ लोगों की है, तो इसके समाधान के लिए सभी लोगों को आगे बढ़कर आना पड़ेगा। इसीलिए इस अभियान को आज से और तेज किया जा रहा है। इसके बाद 2 नवंबर से वार्ड स्तर पर इस अभियान को शुरू किया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री ने कहा, "वैज्ञानिक प्रदूषण का पूरा आकलन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक दुनिया और भारत के अंदर वैज्ञानिकों का जो अध्ययन रहा है, उसके मुताबिक रेड लाइट पर 15 से 20 मिनट तक गाड़ी खड़ी होती है, इससे काफी वाहन प्रदूषण पैदा होता है। ऐसे में दिल्ली के अंदर एक गाड़ी को औसतन 15 से 20 मिनट तक चौराहों पर गुजारना पड़ता है। अगर इस दौरान गाड़ी चालू रहती है, तो 15 से 20 फीसदी वाहन प्रदूषण बेवजह होता है। अगर गाड़ी बंद की जाए, तो हम 15 से 20 फीसदी वाहन प्रदूषण को नियंत्रित करने में सफल होंगे।"
'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान में भाजपा के सांसदों और विधायकों की भागीदारी न होने संबंधी मीडिया के सवालों का जवाब देनते हुए गोपाल राय ने कहा, "मैंने सभी विधायकों को भी फोन करवाया था, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है, लेकिन मुझे इस बात की उम्मीद है कि वे लोग अपने स्तर पर भी प्रदूषण कम करने को लेकर कार्य कर रहे होंगे। यह समस्या केवल आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार की नहीं, बल्कि सबकी है। इसलिए सभी लोग अपने अपने स्तर पर इसमें सहभागिता करते हैं, तो काफी हद तक सफलता मिलेगी।"