Delhi: दिल्ली के नागलोई इलाके में शुक्रवार देर रात भयानक आग लग गई। मिली जानकारी के मुताबिक इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। यह आग नागलोई के कमरुद्दीन नगर में रात करीब 11:50 बजे पीवीसी कचरे में लगी, जिसने देखते ही देखते ही एक बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया।
मौके पर दमकल की 13 गाड़ियां
फायर डिपार्टमेंट ने कहा कि सूचना मिलते ही दमकल की 13 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। विभाग ने भी बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी अशोक जायसवाल ने बताया कि "रात करीब 11:50 बजे हमें सूचना मिली कि एक खुले पीवीसी वेस्ट एरिया में आग लग गई है। दमकल की 13 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।"
उन्होने आगे बताया कि आग को बढ़ने से रोक दिया गया है। 13 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं और आग को चारों तरफ से घेर लिया गया है। हमारा प्रयास है कि आग आवासीय क्षेत्र में न फैले। अभी तक किसी प्रकार की दुर्घटना की सूचना नहीं है।
बीते दिन मुरादाबाद में भी लगी आग
मुरादाबाद के असालतपुरा में लंगड़े की पुलिया के पास स्क्रैप कारोबारी के पांच मंजिला मकान में गुरुवार की शाम शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। लपटों में घिर कर कारोबारी की पत्नी, बहू, पोते, पोती और धेवती की मौत हो गई। फायर ब्रिगेड और पुलिस कर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से आग में घिरे आठ लोगों को बमुश्किल बचाया।
गुरुवार की शाम लगी आग
कारोबारी मोहम्मद इरशाद के मकान में भूतल पर स्क्रैप का गोदाम है। मकान के ऊपरी हिस्से में उनका परिवार रहता है। शुक्रवार को उनकी दो धेवतियों की शादी है, जिनका घर पास में ही है। शादी के लिए आए तमाम मेहमान मोहम्मद इरशाद के घर में रुके हुए थे। गुरुवार की शाम करीब सात बजे गोदाम में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। देखते-देखते लपटें मकान की ऊपरी मंजिल तक पहुंच गईं। इससे घर में मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मदद के लिए पहुंचे लेकिन भीषण लपटों के कारण कोई घर में दाखिल नहीं हो सका।
पांच की हुई मौत
लगभग बीस मिनट के बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। नजदीकी मकानों से सीढ़ी लगाकर आग में घिरे लोगों को बाहर निकाला। आग से बुरी तरह झुलसी कारोबारी की पत्नी 75 वर्षीय कमर जहां, बेटे अयाज कुरैशी की पत्नी शमा परवीन, अयाज कुरैशी की बेटी नाफिया, बेटे इबाद, और धेवती
उमैमा पुत्री नावेद निवासी आजाद नगर हल्द्वानी को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां पांचों को मृत घोषित कर दिया गया।