दिल्ली में कोरोना वायरस के 150 नए केस, दो मरीजों की मौत
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 150 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,36,946 हो गई।
नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 150 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,36,946 हो गई। इसके अलावा दो रोगियों की मौत हुई है, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 10,891 हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमण की दर 0.2 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली में किसी रोगी की मौत नहीं हुई थी। फरवरी में दूसरी बार ऐसा हुआ था जब एक दिन कोविड-19 से किसी की मौत नहीं हुई। शनिवार से पहले नौ फरवरी को कोविड-19 के किसी रोगी की मौत नहीं हुई थी, जब तकरीबन नौ महीने के बाद ऐसा हुआ था।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी नए स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को 56,902 लोगों की कोविड-19 जांच की गई, जिनमें से 150 लोग रविवार को वायरस से संक्रमित पाए गए। बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 1,031 है। शनिवार को उपचाराधीन रोगियों की संख्या 1,041 थी।
प्रतिबंधों में ढील न दी जाए: डब्लयूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अधानोम गेब्रेयसस ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में दुनियाभर में आई कमी प्रोत्साहित करने वाली है, लेकिन कोविड-19 को फैलने से रोकने में मददगार रहे प्रतिबंधों में ढील नहीं दी जानी चाहिए। गेब्रेयसस ने शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में संक्रमण के मामलों में लगातार चौथे सप्ताह कमी आई है और मृतकों की संख्या में भी लगातार दूसरे सप्ताह कमी आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि संक्रमितों एवं मृतकों की संख्या में यह कमी जन स्वास्थ्य संबंधी कदमों को सख्ती से लागू किए जाने के कारण आई है। हम सभी संख्या में आई कमी से उत्साहित हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति से संतुष्ट हो जाना वायरस जितना ही खतरनाक होगा।’’ गेब्रेयसस ने कहा, ‘‘अभी यह समय नहीं आया है कि कोई भी देश प्रतिबंधों में ढील दे। अब यदि किसी की मौत होती है, तो यह और भी अधिक त्रासदीपूर्ण होगा क्योंकि टीके लगने आरंभ हो गए हैं।’’
डब्ल्यूएचओ ने बताया कि दुनिया भर में संक्रमण के 19 लाख नए मामले सामने आए हैं, जबकि इससे पूर्ववर्ती सप्ताह में यह संख्या 32 लाख थी। उन्होंने कहा कि संक्रमण के संभावित स्रोत का पता लगाने के लिए हाल में चीन की यात्रा करने वाला डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ मिशन अपने अध्ययन का सार अगले सप्ताह पेश करेगा।