दिल्ली में कोरोना वायरस से 95 और मरीजों की मौत, 15 फीसदी हुआ संक्रमण रेट
दिल्ली में रविवार को 3,235 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए जबकि 95 संक्रमितों की मौत हो गयी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन में बताया गया है कि दिल्ली में एक दिन पहले 21,098 नमूनों की जांच की गई थी।
नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को 3,235 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए जबकि 95 संक्रमितों की मौत हो गयी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन में बताया गया है कि दिल्ली में एक दिन पहले 21,098 नमूनों की जांच की गई थी। संक्रमण की दर 15.33 प्रतिशत है। जांचों की संख्या 14 अगस्त के बाद सबसे कम रही जब एक दिन में 14,389 नमूनों की जांच की गई थी। इसके अलावा 26 अक्टूबर के बाद रविवार को संक्रमण के सबसे कम नए मामले सामने आए।
बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में रविवार को 95 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में मृतकों की संख्या 7,614 तक पहुंच गई है। बुलेटिन के मुताबिक संक्रमण के कुल मामले 4,85,405 हो गए हैं। दिल्ली में बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 8,593 नए मामले आए थे और 85 लोगों की मौत हुई थी। 12 नवंबर को 104 संक्रमितों की मौत हुई थी, जो पांच महीनों में सबसे ज्यादा है। पिछले 10 दिनों में कोविड-19 से होने वाली औसत मृत्यु दर 1.23 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करेंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के शाम को शाह के साथ बैठक में भाग लेने की उम्मीद है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि शाह दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेंगे और इससे किस तरह से निपटा जाए, इस पर चर्चा करेंगे। दो नवंबर को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला द्वारा बुलाई गई एक बैठक में त्योहारों और लोगों की अधिक आवाजाही के साथ-साथ लोगों द्वारा कोविड-19 मानदंडों का पालन नहीं किए जाने को दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
हालांकि, सीएम केजरीवाल ने पिछले हफ्ते मामलों में उछाल के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया था। केंद्रीय गृह सचिव भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक कहा गया था कि गंभीर स्थिति से निपटने के लिए जांच, संक्रमितों का पता लगाने और उपचार के लिए वृहद प्रयास किए जाएंगे। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया था कि मेट्रो की यात्रा को मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सावधानीपूर्वक विनियमित किया जाना चाहिए।
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए प्रशासन जांच, संपर्क का पता लगाने और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। बढ़ते प्रदूषण के साथ विशेष रूप से त्योहारी मौसम और घटते तापमान को देखते हुए रविवार की बैठक में, दिल्ली में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एक रणनीति तैयार करने के विषय पर चर्चा होने की उम्मीद है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को कोविड-19 के 7,340 नए मामले सामने आए, जबकि 96 और लोगों की मौत हुई थी।