Delhi Corona Update: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते नए मामले लगातार चिंता बढ़ा रहे हैं। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (COVID-19) के 24,383 नए मामले सामने आए, 26,236 रिकवरी हुईं और कोरोना से 34 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में अभी कोरोना के 92,273 सक्रिय मामले हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर (Delhi Corona Positivity Rate) 30.64 फीसदी तक पहुंच गई है जबकि 34 और मरीजों की मौत के साथ मृत्यु दर 1.51 प्रतिशत पर है। दिल्ली में अभी तक कोरोना के कुल 1670966 मामले सामने आ चुके हैं।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में अभी 64,831 मरीज होम आइसोलेशन में है। दिल्ली में कोरोना से ठीक हुए मरीजों की संख्या 15,53,388 तक पहुंच चुकी है। वहीं अगर बात दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग की करें तो 24 घंटे में 79,578 टेस्ट हुए हैं। दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग का कुल आंकड़ा 33926818 तक पहुंच चुका है। दिल्ली में कंटेनमेंट जोन्स की संख्या अभी 27,531 है।
कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में भर्ती और मौतों की दरें कम हैं: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामले तेज से बढ़ रहे हैं लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अस्पतालों में मरीजों की भर्ती एवं मौत की दरें बिल्कुल कम हैं। उन्होंने लोगों से जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आह्वान किया एवं आश्वासन दिया कि सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली हैं एवं अस्पतालों में पर्याप्त बिस्तर हैं।
केजरीवाल ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘घबराने की जरूरत नहीं है। मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। ओमीक्रोन स्वरूप बहुत ही तेजी से फैलने वाला एवं संक्रामक है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘ हमने सारी तैयारियां कर ली हैं और (अस्पतालों में) बिस्तरों की कोई कमी नहीं हैं।’’ वह 100 लो -फ्लोर एसी सीएनजी बसों को बेड़े में शामिल करने के लिए राजघाट पर थे। ये बसें बाहरी दिल्ली में घुमनहेड़ा डिपो से संचालित होंगी एवं ग्रामीण क्षेत्रों को सेवाएं प्रदान करेंगी।
दिल्ली में कोविड-19 की मौजूदा लहर में जान गंवाने वाले 75 प्रतिशत मरीजों ने टीके नहीं लगवाए थे: जैन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की मौजूदा लहर में जान गंवाने वाले 75 प्रतिशत मरीज ऐसे थे, जिन्होंने टीके नहीं लगवाए थे। जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले 75 प्रतिशत मरीज ऐसे थे, जिन्होंने टीके की एक खुराक भी नहीं ली थी। 90 प्रतिशत मरीजों को कैंसर और गुर्दे संबंधी गंभीर बीमारियां थीं। यहां तक कि 18 साल से कम उम्र के 7 मरीजों को भी पहले से कोई बीमारी थी।’’
सत्येंद्र जैन ने बताया कि एक व्यक्ति जिसकी मौत हो गई, उसने कथित तौर पर आत्महत्या की कोशिश की थी और उसे इसलिए ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंत्री ने कहा, ‘‘संक्रमित पाए जाने के तीन दिन बाद ही उसकी मौत हो गई थी।’’ जैन ने बताया कि अस्पतालों में संक्रमितों के लिए आरक्षित 13000 से अधिक बिस्तर (बेड) खाली हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या स्थिर है और रोजाना भर्ती कराए जाने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। यह एक बड़ी राहत की बात है।’’