नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शहर में अबतक कोरोना के मामले 80 हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं। कोरोना पर काबू पाने के लिए दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। 21 जून को दिल्ली में अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में ये तय किया गया था कि शहर के सभी कंटेनमेंट जोन्स को री-ड्रॉइंग कर लिया जाएगा। इसके बाद से ही कंटेनमेंट जोंस की संख्या बढ़कर 421 पहुंच गई है।
इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 को फैलने से रोकने की बड़ी कवायद के तहत अब तक करीब 2.45 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गयी है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि केंद्र के निर्देशों के बाद निषिद्ध क्षेत्रों को लेकर समीक्षा की जा रही है। कुछ जिलों में समीक्षा का काम अभी पूरा नहीं हुआ है तथा ऐसे क्षेत्रों की संख्या और बढ़ सकती है।
अधिकारी ने कहा कि पुन: मूल्यांकन से पहले राजधानी में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 280 थी।
दिल्ली के containement zones की लिस्ट
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने दिल्ली में घर-घर जाकर सर्वेक्षण में करीब दो लाख लोगों की कोविड-19 संबंधी स्क्रीनिंग की है। निषिद्ध क्षेत्रों में भी 45 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गयी है।’’ प्रत्येक घर में स्क्रीनिंग की प्रक्रिया छह जुलाई तक पूरी की जानी है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 34.35 लाख घर हैं जिनमें 33.56 लाख शहरी क्षेत्रों में और 79,574 ग्रामीण इलाकों में हैं। दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोविड-19 कार्रवाई योजना के अनुसार निषिद्ध क्षेत्रों के पुन: आकलन का काम 30 जून तक पूरा हो जाना चाहिए।
With inputs from Bhasha