दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाने के लिए तैयार हैं। आम आदमी पार्टी ने इसके लिए पूरा प्लान भी तैयार कर लिया है। अरविंद केजरीवाल के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन से अस्थायी ऑफिस की मांग भी की जा सकती है। आम आदमी पार्टी की तरफ से बताया गया कि तिहाड़ जेल में केजरीवाल हर सप्ताह अपने दो मंत्रियों से मिलेंगे और अलग-अलग विभागों के काम की जानकारी लेंगे। केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। ऐसे में उन्होंने जेल से सरकार चलाने की पूरी तैयारी कर ली है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल के बीच मुलाकात के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संदीप पाठक ने बताया कि केजरीवाल हफ्ते में दो बार होने वाली मुलाकात में गाइडलाइन और दिशा निर्देश देंगे। तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से भी बताया गया कि केजरीवाल हफ्ते में 10 लोगों से दो बार मिल सकते हैं। इनमें उन्होंने अतिशी, कैलाश गहलोत और सौरभ भारद्वाज का नाम शामिल किया है।
जेल में ऑफिस की मांग कर सकती है आप
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संदीप पाठक ने एक सवाल के जवाब में बताया कि कानूनी रूप से जो भी संभव होगा, वह करेंगे। 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद भी अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। दिल्ली हाई कोर्ट में केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए तीन याचिकाएं दायर हो चुकी हैं, लेकिन कोर्ट ने साफ किया कि इस मामले में वह कोई दखल नहीं दे सकता। राष्ट्रपति और दिल्ली के गवर्नर को इस मामले में फैसला लेना होगा।
मान और केजरीवाल के बीच 33 मिनट की मुलाकात
भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल के बीच 'मुलाकात जंगला' (एक खिड़की, जिसके जरिए कैदी किसी दोस्त या परिवारजन से बात कर सकते हैं) के जरिए 33 मिनट तक मुलाकात हुई। संदीप पाठक ने यह भी बताया कि अरविंद केजरीवाल ने अपने विधायकों से घर-घर जाकर लोगों से मिलने और उनकी समस्याएं सुलझाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी गैरमौजूदगी में विधायकों को दोगुनी मेहनत करनी होगी।
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