नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि दिल्ली में सभी प्रकार के पशुओं के इलाज के लिए जल्द ही पहला सरकारी पशु चिकित्सा महाविद्यालय खोला जाएगा। सिसोदिया ने विधानसभा में बजट भाषण के दौरान यह घोषणा करते हुए कहा कि पशु चिकित्सा विज्ञान आज के समय की एक बड़ी आवश्यकता है क्योंकि न केवल मवेशियों और पालतू जानवरों का स्वस्थ रहना आवश्यक है बल्कि इससे पशुओं को होने वाली बीमारी का पता लगाकर इंसानों के स्वास्थ्य की भी रक्षा की जा सकती है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ससोदिया का कहना कि दिल्ली में बड़ी संख्या में पालतू जानवर हैं जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी देखभाल की जरूरत है। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार ने बजट में एक नई योजना का प्रस्ताव रखा है जिसके तहत शहर में पहला सरकारी पशु चिकित्सा महाविद्यालय खोला जाएगा ताकि सभी प्रकार के जानवरों का इलाज किया जा सके।
गौरतलब है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। उन्होंने इसे ‘रोजगार बजट’ बताते हुए अगले पांच सालों में 20 लाख रोजगार पैदा करने के लिए कई कदमों की घोषणा भी की। अगले वित्त वर्ष के बजट में दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक सिटी की स्थापना, रात्रि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने और खुदरा एवं थोक बाजारों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने के प्रावधान किए गए हैं।
दिल्ली के वित्त मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले सिसोदिया ने अपने बजट भाषण में कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट आवंटन पिछले वर्ष की तुलना में 9.86 प्रतिशत अधिक है। आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली सरकार का यह लगातार आठवां बजट है। सिसोदिया ने बजट भाषण में कहा कि सरकार 20 लाख रोजगार पैदा करने के लिए अगले पांच साल में 4,500 करोड़ रुपये खर्च करेगी और अगले वित्त वर्ष में इसके लिए 800 करोड़ रुपये अलग रखे जाएंगे।