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Hindi News दिल्ली दिल्ली विधानसभा चुनाव: गांधी नगर में BJP के लवली खिला पाएंगे कमल? कांग्रेस का रह चुका है गढ़

दिल्ली विधानसभा चुनाव: गांधी नगर में BJP के लवली खिला पाएंगे कमल? कांग्रेस का रह चुका है गढ़

गांधी नगर दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जाती है। पिछले कुछ चुनावों से इस सीट का नाम अरविंदर सिंह लवली की वजह से है। वो यहां से चार बार लगातार चुनाव जीत चुके हैं। इस बार वह बीजेपी की तरफ से मैदान में उतरे हैं।

gandhi nagar- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गांधी नगर

गांधी नगर: दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में 70 सीटों की विधानसभा के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को इसके नतीजे आएंगे। दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। यहां हम आपको दिल्ली की गांधी नगर सीट के बारे में बता रहे हैं जो कि पूर्वी दिल्ली की हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट है। एक समय यह सीट सिख समुदाय से आने वाले कद्दावर नेता अरविंदर सिंह लवली के नाम से जानी जाती थी। लवली यहां से लगातार 4 बार चुनाव जीतने में कामयाब रहे। वह कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं और शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री भी रहे।  

गांधी नगर विधानसभा सीट दिल्ली की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2020 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। यह विधानसभा सीट ईस्ट दिल्ली जिले में आती है।  

गांधी नगर सीट पर मुख्य मुकाबला किसके बीच?

AAP ने इस बार भी नवीन चौधरी को ही मैदान में खड़ा किया है जिनके सामने बीजेपी ने एक बार फिर पार्टी बदलकर आए एक अन्य नेता पर भरोसा जताया है। बीजेपी ने अरविंदर सिंह लवली को यहां से उतारा है। वह लगातार 4 बार गांधी नगर सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे।

2020 में क्या थे नतीजे?

साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में यहां पर 7 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हुआ था। भारतीय जनता पार्टी के अनिल कुमार वाजपेयी ने आम आदमी पार्टी के नवीन चौधरी को 6079 वोटों के मार्जिन से हराया था। आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में आए प्रत्याशी अनिल कुमार बाजपेयी को 48,824 वोट मिले तो आम आदमी पार्टी के नवीन चौधरी के पक्ष में 42,745 वोट आए। जबकि कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 21,913 वोट मिले।

गांधी नगर विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव में 182831 वोटर्स थे जिसमें 62 फीसदी से अधिक यानी 114507 वोटर्स ने वोट डाले थे।

2015 में क्या थे नतीजे?

दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर कब्जा जमा लिया था इस वजह से दिल्ली में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल पाया। गांधी नगर सीट पर AAP के अनिल कुमार बाजपेयी ने जीत हासिल की थी और बीजेपी के जीतेंद्र दूसरे स्थान पर रहे थे। 2020 के चुनाव से पहले बाजपेयी आप छोड़कर बीजेपी में आ गए। नई पार्टी के टिकट पर वह फिर से मैदान में उतरे और आप के नवीन चौधरी को शिकस्त दे दी।

कौन कब जीता?

2020- अनिल कुमार बाजपेयी (भाजपा)
2015- अनिल कुमार बाजपेयी (आप)
2013- अरविंदर सिंह लवली (कांग्रेस)
2008- अरविंदर सिंह लवली (कांग्रेस)
2003- अरविंदर सिंह लवली (कांग्रेस)
1998- अरविंदर सिंह लवली (कांग्रेस)
1993- दर्शन कुमार बहल (भाजपा)

गांधी नगर का क्या है इतिहास?

गांधी नगर दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जाती है। यह सीट 1993 में अस्तित्व में आई थी। पिछले कुछ चुनावों से इस सीट का नाम अरविंदर सिंह लवली की वजह से है। वो यहां से चार बार लगातार चुनाव जीत चुके हैं। वो पहली बार 1998 में यहां से विधायक चुने जाते रहे। अपना अंतिम चुनाव यहां लवली ने 2013 में जीता था। इतनी जीत के बाद लवली दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार हो गए। कांग्रेस ने उन्हें शीला दीक्षित के मंत्रिमंडल में शामिल किया और अपना प्रदेश अध्यक्ष तक बनाया। लेकिन वो दो बार पार्टी बदल कर बीजेपी में जा चुके हैं। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले ही वो कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। अब विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें गांधी नगर से टिकट दिया है।