दिल्ली में विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बीते दिनों इसकी घोषणा की। दिल्ली में एक चरण में चुनाव का आयोजन किया जाएगा। ऐसे में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने आ चुकी है। तीनों दलों द्वारा अपनी जीत का दावा किया जा रहा है। दिल्ली में पूर्वांचल के मतदाताओं को लेकर भी भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ चुकी है। वहीं दूसरी तरफ इंडी गठबंधन के घटक दल टीएमसी और समाजवादी पार्टी द्वारा आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की गई है, जिससे कांग्रेस खासा नाराज चल रही है।
कांग्रेस नेता बोले- 10 साल में दिल्ली में लगाए गए झूठे नारे
इस बीच अब कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, " दिल्ली में कांग्रेस की सरकार 15 साल रही है और हमने 15 साल में दिल्ली का फेस बदला है। हमने दिल्ली को अंतरराष्ट्रीय मैप पर डाला था, हमने दिल्ली को विकसित किया था आज भी दिल्ली में जितना विकास दिख रहा है वो कांग्रेस के शासनकाल में किया गया था। 10 साल में झूठे वादे किए गए और झूठे नारे लगाए गए। जो गारंटी दी गई थी उस पर दिल्ली की सरकार(AAP) खड़ी नहीं उतरी। लोग इससे परेशान हैं लोग चाहते हैं कि बदलाव आए। हम लोगों के बीच में जाकर उन्हें याद दिला रहे हैं कि हमने 15 साल में दिल्ली को कहां से कहां तक पहुंचा दिया था। पिछले 10 सालों में जिस कगार पर इन्होंने दिल्ली को खड़ा किया है तो अब जरूरी है कि यहां नई सरकार आए और कांग्रेस की सरकार यहां जरूर बनेगी।"
सपा ने आप को दिया समर्थन, कांग्रेस नेता हुए नाराज
बता दें कि समाजवादी पार्टी द्वारा आम आदमी पार्टी को समर्थन दिए जाने से नई दिल्ली से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार संदीप दीक्षित खासा नाराज हैं। उन्होंने इसे लेकर कहा, "इन पार्टियों का दिल्ली में कोई खास अस्तित्व नहीं है। ये पार्टियां नहीं चाहतीं कि कांग्रेस उनके राज्यों में मजबूत हो, जब से उन्हें लगने लगा है कि कांग्रेस दिल्ली में अच्छा प्रदर्शन कर रही है, तभी से उन्हें अचानक गठबंधन की याद आ गई है। 5 महीने पहले जब (AAP नेता) गोपाल राय ने कहा था कि कोई गठबंधन नहीं होगा, तब उन्होंने कुछ नहीं कहा। बता दें कि नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के मुखिया व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं इस सीट से कांग्रेस पार्टी के संदीप दीक्षित चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि अरविंद केजरीवाल द्वारा संदीप दीक्षित को भाजपा का मोहरा बताया जा चुका है।