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Hindi News दिल्ली Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सीएम चेहरा कौन? अरविंद केजरीवाल ने किया ये दावा

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सीएम चेहरा कौन? अरविंद केजरीवाल ने किया ये दावा

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बड़ा दावा किया है। उन्होंने सूत्रों के हवाले से यह दावा किया कि रमेश बिधूड़ी बीजेपी के सीएम कैंडिडेट होंगे।

Arvind Kejriwal- India TV Hindi Image Source : PTI अरविंद केजरीवाल

Delhi Assembly Election 2025: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सीएम चेहरे को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यह दावा किया कि बीजेपी चुनाव समिति की बैठक में रमेश बिधुड़ी को दिल्ली का सीएम उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि सूत्रों के हवाले से उन्हें यह खबर मिली है। 

बिधुड़ी के साथ करना चाहता हूं डिबेट 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने अगर रमेश बिधूड़ी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया है तो मैं उनके साथ डिबेट करना चाहता हूं। वे लंबे समय तक दिल्ली से सांसद रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं उन्होंने कौन-कौन से काम किए जनता को बताएं। मैं चाहता हूं कि वे मेरे साथ डिबेट करें।  केजरीवाल ने कहा कि हमारी पार्टी के नेता संजय सिंह ने आज एक बड़ा खुलासा किया कैसे बीजेपी के सांसद, मंत्री के घर पर 30-30 40-40 वोट बनवा रहे हैं। ये बताता है की कैसे बेईमानी से बीजेपी वाले चुनाव जीतते हैं।

वोटर लिस्ट में हेराफेरी का आरोप

इससे पहले गुरुवार को अरिंद केजरीवाल ने बीजेपी पर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट में हेराफेरी का आरोप लगाया था और चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े लोगों ने वोटर लिस्ट में 13,000 नए वोटरों को जोड़ने के लिए आवेदन किया और उन्होंने अपने पक्ष में वोटिंग को ‘प्रभावित’ करने के लिए 5,500 वोटर प्रविष्टियों को रद्द करने की मांग की। बता दें कि अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 

केजरीवाल ने कहा, “पिछले 22 दिनों में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाने के लिए 5,500 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में लगभग एक लाख मतदाता हैं, जिसका अर्थ है कि 5.5 प्रतिशत मतदाताओं के नाम हटाने के लिए केवल 22 दिनों में ये आवेदन दायर किए गए हैं।” उन्होंने कहा, “यह गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि जब निर्वाचन आयोग ने इनमें से कुछ लोगों से संपर्क किया, तो उन्होंने ऐसे आवेदन जमा करने से इनकार कर दिया। संपर्क किए गए सभी 89 व्यक्तियों ने कहा कि उन्होंने कोई आवेदन दाखिल नहीं किया है। यह स्पष्ट रूप से एक घोटाले का संकेत देता है।”