नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की हवा में पहले की तुलना मामूली सुधार हुआ है। यहां वायु प्रदूषण के स्तर में कुछ गिरावट दर्ज की गई है। आज सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 280 के साथ 'खराब' की श्रेणी में रहा। सुबह दिल्ली के अधिकांश इलाकों में धुंध छाई रही। आज प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई थी जिसके बाद प्रदूषण पर रोकथाम के लिए केजरीवाल सरकार ने कई तरह की गाइडलाइन जारी की थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को 20 किलोमीटर प्रति घंटे और सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से वायु गुणवत्ता में और दृश्यता में सुधार देखने को मिला है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार को 349 और सोमवार को 311 के साथ “बहुत खराब” श्रेणी में इसलिए दर्ज किया गया क्योंकि किसी भी खास वक्त में लिया गया एक्यूआई, पिछले 24 घंटों में दर्ज एक्यूआई का औसत होता है।
शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई “अच्छा”, 51 और 100 से बीच “संतोषजनक”, 101 से 200 के बीच “मध्यम’’, 201 से 300 के बीच “खराब”, 301 से 400 के बीच “बहुत खराब” और 401 से 500 के बीच “गंभीर” माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ ने कहा कि स्थानीय और सतही हवाएं बुधवार से धीमी हो सकती हैं जिसके परिणामस्वरूप हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट आ सकती है। ‘सफर’ के अनुसार, अगले तीन दिन तक वायु गुणवत्ता “खराब” श्रेणी में रहने की आशंका है। सरकार बुधवार को समीक्षा बैठक के दौरान स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने और अपने कर्मचारियों के लिए घर से काम करने के मुद्दे पर फैसला लेगी।