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दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ की कैटिगरी में, शनिवार तक सुधरने की उम्मीद

राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वॉलिटी शुक्रवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। प्रदूषण संबंधी अनुमान जताने वाली सरकारी एजेंसी ने कहा कि हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है।

noida pollution, Delhi pollution, delhi ncr pollution, Delhi Air Emergency- India TV Hindi Image Source : PTI REPRESENTATIONAL राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वॉलिटी शुक्रवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही।

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वॉलिटी शुक्रवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। प्रदूषण संबंधी अनुमान जताने वाली सरकारी एजेंसी ने कहा कि हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गुरुवार को कुछ समय के लिए ‘गंभीर’ स्तर पर रहा और इसके बाद यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी मे पहुंच गया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के अनुसार, दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 के संकेंद्रण में पराली जलाने का योगदान गुरुवार को इस मौसम में सर्वाधिक 36 पर्सेंट था।

बिगड़ती जा रही है दिल्ली की हवा
दिल्ली में सुबह 09:30 बजे एक्यूआई 380 दर्ज किया गया। गुरुवार को 24 घंटे का औसत AQI 395 रहा। यह बुधवार को 297, मंगलवार को 312, सोमवार को 353 और रविवार को 349 था। शादीपुर (417), पटपड़गंज (406), बवाना (447) और मुंडका (427) समेत कई निगरानी स्टेशनों पर AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। बता दें कि 0 और 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।

शनिवार को सुधर सकते हैं हालात
नासा से प्राप्त उपग्रह चित्रों में पंजाब के अधिकांश और हरियाणा के कुछ हिस्सों में पराली इत्यादि जलाने की घटनाओं की पुष्टि हुई। सफर के अनुसार, पीएम2.5 संक्रेंद्रण में पराली जलाने का योगदान दिल्ली में 36 प्रतशित रहा। यह बुधवार को 18 प्रतिशत, मंगलवार को 23 प्रतिशत, सोमवार को 16 प्रतिशत, रविवार को 19 प्रतिशत और शनिवार को 9 प्रतिशत रहा। सफर ने कहा कि सतह पर हवा की गति बढ़ने और वातायन की बेहतर परिस्थितियों से शनिवार तक हालात में ‘काफी’ सुधार की उम्मीद है। हवा की गति धीमी होने और पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी गई।

हवा की धीमी गति से प्रदूषण बढ़ा
भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि बुधवार को हवा की गति कम थी, जिसके कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो गए। उन्होंने कहा, ‘कुछ समय की राहत के बाद शाम तक वायु गुणवत्ता पुनः बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई।’ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के अनुसार दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 के संकेंद्रण में पराली जलाने का योगदान बुधवार को 18 प्रतिशत था। हवा की गति धीमी होने और कम तापमान के कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो जाते हैं और हवा की रफ्तार तेज होने से वे बिखर जाते हैं।