नयी दिल्ली: बादल छंटने, हवा की रफ्तार बढ़ने और पराली का धुआं घटने से दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में खासा सुधार देखने को मिला है। शुक्रवार की सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधरकर “मध्यम” श्रेणी में पहुंच गई और मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक इसमें और सुधार होने की उम्मीद है। शहर में शुक्रवार को सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 131 दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार शाम चार बजे यह 302 दर्ज किया गया था जबकि बुधवार को 24 घंटे का एक्यूआई 413 दर्ज किया गया था जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
बता दें कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार और साफ आकाश का प्रमुख कारण तेज हवाएं और पराली जलाने की घटनाओं में आयी भारी कमी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पर्यावरण शोध केंद्र के प्रमुख वी के सोनी ने कहा कि हवा पूरी रात अनुकूल बनी रही जिससे पूर्वानुमान से भी बेहतर स्थिति रही।
उन्होंने कहा, “आम तौर पर, रात में हवा शांत रहती है। बृहस्पतिवार की रात को हवा की गति (8-12 किलोमीटर प्रतिघंटा) रही जिससे बेहतर स्थितियां बनीं।” मौसम विभाग ने कहा कि शुक्रवार को हवा की अधिकतम गति 18 किलोमीटर प्रतिघंटा थी।
केंद्र सरकार की दिल्ली के लिये वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, वायु गुणवत्ता के शनिवार को “संतोषजनक” से “मध्यम” श्रेणी में रहने की उम्मीद है और रविवार को यह “मध्यम” से “खराब” श्रेणी के बीच रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को न्यूनमत तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि अधिकतम तापमान 25 डिग्री के करीब रहा।