नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को तेज हवाएं चलने से वायु गुणवत्ता में सुधार नजर आया। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने घोषणा की कि वायु प्रदूषण के मद्देनजर विद्यालय अगले आदेश तक के लिए बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय उच्च प्रदूषण स्तर पर काबू पाने के लिए लगायी गयी पाबंदियों की समीक्षा के लिए सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक करेंगे।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेश पर दिल्ली सरकार ने गैर जरूरी वस्तुओं की ढुलाई करने वाले ट्रकों के शहर में प्रवेश पर रोक और अगले आदेश तक विद्यालय तथा महाविद्यालय बंद करने समेत दस निर्देश जारी किये थे। उसने निर्माण कार्य और मकान समेत विभिन्न ढांचों को ढहाने पर भी रोक लगा दी थी तथा अपने कर्मियों को घर से काम करने का आदेश दिया था।
अतिरिक्त शिक्षा निदेशक रीता शर्मा ने रविवार को कहा, ‘‘पर्यावरण विभाग ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अगले आदेश तक एनसीआर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सभी विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया है। इसलिए अगले आदेश तक सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।’’ शहर में 20 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा चलने से प्रदूषक आंशिक रूप से छितरा गये और दृश्यता में सुधार आया।
राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 349 रहा, जबकि शनिवार को एक्यूआई 374 था। फरीदाबाद में एक्यूआई 377, गाजियाबाद में 319, गुरुग्राम में 364 और नोएडा में एक्यूआई 364 रहा जो, ‘‘बेहद खराब’’ की श्रेणी में आता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने कहा कि दिन में हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गयी और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और सफदरजंग हवाई अड्डे पर दृश्यता 800 मीटर से बढ़कर 2200-3000 मीटर तक पहुंच गयी।
विभाग का कहना है कि सोमवार को हवा की रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानीकर्ता ‘सफर’ की ओर से कहा गया है, ‘‘चूंकि पराली जलाने की घटनाएं घट रही हैं, ऐसे में दिल्ली में पीएम 2.5 (प्रदूषण) में पराली संबंधी प्रदूषकों का हिस्सा सोमवार को तेज हवा के बावजूद न के बराबर रह सकता है।’’
दिल्ली में रविवार को प्रदूषण के पीएम 2.5 में पराली जलाने का हिस्सा आठ फीसद रहा। सफर के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान वायु गुणवत्ता सुधर सकती है लेकिन 24 नवंबर से तापमान और हवा की गति घटने से प्रदूषण बढ़ सकता है।