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Hindi News दिल्ली 'दिल्ली में योगी जी के भी विज्ञापन हैं', पराली गलाने के प्रचार पर सवाल पूछा तो केजरीवाल के मंत्री ने दिया जवाब

'दिल्ली में योगी जी के भी विज्ञापन हैं', पराली गलाने के प्रचार पर सवाल पूछा तो केजरीवाल के मंत्री ने दिया जवाब

'उनकी समस्या कुछ और है, उन्हें पराली का समाधान नहीं चाहिए, पूरी दिल्ली में योगी जी के विज्ञापन लगे हुए हैं, क्या संबित पात्रा ने उसके बारे में बात की?'

'दिल्ली में योगी जी के भी विज्ञापन हैं', पराली गलाने के प्रचार पर सवाल पूछा तो केजरीवाल के मंत्री ने- India TV Hindi Image Source : PTI 'दिल्ली में योगी जी के भी विज्ञापन हैं', पराली गलाने के प्रचार पर सवाल पूछा तो केजरीवाल के मंत्री ने दिया जवाब

Highlights

  • पंजाब में अगर पराली जलती है तो हवा के रुख से उसका असर दिल्ली में पड़ता है-गोपाल राय
  • प्रशिक्षण देने के लिए पूसा के वैज्ञानिक तैयार हैं, पर्यावरण मंत्री क्यों इस मुद्दे पर बैठक नहीं बुला रहे हैं-गोपाल राय
  • पूरी दिल्ली में योगी जी के विज्ञापन लगे हुए हैं, क्या संबित पात्रा ने उसके बारे में बात की-गोपाल राय

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण को लेकर जहां सुप्रीम कोर्ट का रवैया काफी सख्त है वहीं इस मुद्दे पर राजनीति भी खूब हो रही है। खासतौर से बीजेपी और आम आदमी पार्टी इस मामले में आमने सामने आ गए हैं। आज केजरीवाल के मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पंजाब में अगर पराली जलती है तो हवा के रुख से उसका असर दिल्ली में आकर पड़ता है, एयरसेट की वजह से पंजाब में कोई गतिविधि होती है तो उसका असर दिल्ली पर पड़ता है।  

उन्होंने कहा कि अगर पराली के गलाने का समाधान है तो फिर पराली पर छिड़काव में पैसा खर्च करने में समस्या क्या है, पैसा तो आप दे रहे हो। जैसे दिल्ली सरकार छिड़काव कर रही है आप भी छिड़काव कर रहे हो। 

गोपाल राय ने कहा-'उनकी समस्या कुछ और है, उन्हें पराली का समाधान नहीं चाहिए, पूरी दिल्ली में योगी जी के विज्ञापन लगे हुए हैं, क्या संबित पात्रा ने उसके बारे में बात की, उनकी समस्या ये है कि आम आदमी पार्टी फैल कैसे रही है। जितना पैसा केंद्र सरकार दे रही है, उसके आधे पैसे में पराली के प्रबंधन का काम हो सकता है उसके लिए डायरेक्शन की जरूरत है, राज्य सरकारों के पास टीम है।'

केजरीवाल के मंत्री ने कहा-' प्रशिक्षण देने के लिए पूसा के वैज्ञानिक तैयार हैं, पर्यावरण मंत्री क्यों इस मुद्दे पर बैठक नहीं बुला रहे हैं। समस्या किसानों की नहीं है बल्कि सरकारों की है, सरकारों के बीच बात होनी चाहिए।'