Delhi Air Pollution: दिवाली से ठीक एक हफ्ते पहले ही, राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खराब' श्रेणी में पहुंच गया है और कुछ क्षेत्रों में इसे 'गंभीर' के रूप में दर्ज किया गया है। दिल्ली में दिवाली से पहले ही अभी से सुबह-सुबह धुंध दिखाई देने लगी है और वायु गुणवत्ता खराब की श्रेणी में पहुंच चुकी है। रविवार को वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में एक्यूआई बुधवार और उसके बाद के 6 दिनों तक 'खराब' श्रेणी में रहेगा। माना जा रहा है कि दिवाली तक पराली जलाने के मामले बढ़े तो स्थिति बिगड़ेगी।
सबसे प्रदूषित रहा आनंद विहार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों से पता चला है कि आनंद विहार का एक्यूआई सोमवार को 428 या 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया। इस बीच, 'खराब' श्रेणी के तहत क्षेत्र पटपड़गंज (251), जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (247), आईजीआई एयरपोर्ट (242), आईटीओ (250), नेहरू नगर (252), आरके पुरम (268) और सिरी फोर्ट (213) थे। सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक रविवार को राजधानी में हवा की गुणवत्ता 232 रही।
बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई रीडिंग को 'अच्छा', 51 और 100 को 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 को 'बहुत खराब' और 401 और 500 को 'गंभीर' श्रेणी में रखा जाता है।
कंस्ट्रक्शन कार्यों पर लगी पाबंदी
इस बीच, दिल्ली में बिल्डिंग निर्माण के कार्यों पर पाबंदी लगा दी गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने रविवार को कहा कि उसने केंद्र और राज्य सरकारों की सभी एजेंसियों को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चरण-1 के तहत कार्रवाई को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। CAQM ने कहा कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के मानकों के उल्लंघन पर 491 स्थलों पर निर्माण और विध्वंस के कार्य बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं, जिनमें 110 स्थल अकेले दिल्ली में हैं। इसके लिए सीएक्यूएम ने 40 उड़न दस्तों की टीम गठित की गई है।