दिल्ली में हवा हुई साफ, पिछले 9 सालों में पहली बार AQI रहा सबसे कम, बना रिकॉर्ड
इस साल 1 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच दिल्ली का औसत AQI 238 था, जो दिसंबर में अब तक का सबसे कम था। पिछले 9 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ जब दिसंबर में इतना कम AQI रहा हो।
देश की सबसे प्रदूषित शहर में दिल्ली सबसे ऊपर है। यहां के हवा में जहर घुला हुआ है। लेकिन इस दिसंबर में दिल्ली का हवा साफ हुई है और इतनी साफ हुई कि पिछले 9 सालों में इतनी साफ हवा कभी नहीं हुई। यानी साल 2015 में जब से हवा की क्वालिटी चेक की जा रही है। उसके बाद से यह पहली बार ऐसा हुआ है, जब दिल्ली में इतनी साफ हवा रही हो। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, 2015 में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का संकलन शुरू हुआ था।
1-15 दिसंबर तक का AQI औसत रहा सबसे अच्छा
इस साल के दिसंबर में जब दिल्ली का AQI चेक किया गया तो इनमें से केवल एक 1 दिन 'बहुत खराब हवा' दर्ज किया गया। इसके अलावा 6 दिन AQI 'मध्यम हवा' के तौर पर दर्ज हुआ। जबकि 8 दिन का AQI 'खराब' दर्ज किया गया। इस महीने सिर्फ 8 दिसंबर को दिल्ली की हवा सबसे जहरीली थी। जिसका AQI 302 दर्ज किया गया। जो बहुत ही खराब श्रेणी में आता है। दिसंबर में 6 दिन तक वायु गुणवत्ता का 'मध्यम' रहना अब तक का सबसे अधिक दिनों की संख्या है। इस साल 1 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच दिल्ली का औसत AQI 238 था, जो दिसंबर के लिए अब तक का सबसे कम है। पिछले नौ वर्षों में, दिसंबर के पहले भाग में औसत AQI 300 से अधिक रहा है, जिससे यह महीने का पहला भाग काफी साफ रहा है। इससे पहले, 2022 में महीने के पहले हिस्से में सबसे कम औसत AQI 301 था। पिछले साल इसी अवधि के लिए औसत AQI 327 था।
इस वजह से दिल्ली की हवा हुई साफ
ऐसा होने के पीछे मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पूरे महीने उत्तर-पश्चिम भारत में तेज और लगातार हवाएँ दर्ज की गईं, नमी की कमी और कोहरे ने वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद की। स्काईमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, "आमतौर पर दिसंबर में हम मध्यम से घना कोहरा देखते हैं, जिससे प्रदूषकों का फैलाव मुश्किल हो जाता है। साथ ही, हवाएं भी धीमी होती हैं। औसतन, ज़्यादातर दिनों में हवाएं 8-10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल रही हैं, और कई दिनों में यह 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाती है।" उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में भी ज़्यादातर दिनों में आसमान साफ रहा है। कुछ दिनों को छोड़कर मैदानी इलाकों में पर्याप्त नमी नहीं रही है। इसका मतलब है कि नवंबर के मध्य में जिस तीव्रता से कोहरा देखा गया था, वैसा कोहरा नहीं बन रहा है।
पिछले साल के रिकॉर्ड
बता दें कि, पिछले वर्षों में 1 से 15 दिसंबर के बीच औसत AQI 2021 में 322, 2020 में 335, 2019 में 321, 2018 में 330, 2017 में 304, 2016 में 367 और 2015 में 323 था। CPCB के अनुसार, 0 से 50 के बीच AQI को “अच्छा”, 51 से 100 के बीच को “संतोषजनक”, 101 से 200 के बीच को “मध्यम”, 201 से 300 के बीच को “खराब”, 301 से 400 के बीच को “बहुत खराब” और 400 से अधिक को “गंभीर” श्रेणी में आता है।
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