दिल्ली में एक साल से अधिक समय बाद एक दिन में कोरोना के सबसे कम मामले सामने आए
दिल्ली में सोमवार को एक साल से अधिक समय बाद एक दिन में कोविड-19 के सबसे कम 45 नए मामले सामने आए। तीन रोगियों की मौत हुई और संक्रमण दर 0.08 प्रतिशत रही।
नयी दिल्ली: दिल्ली में सोमवार को एक साल से अधिक समय बाद एक दिन में कोविड-19 के सबसे कम 45 नए मामले सामने आए। तीन रोगियों की मौत हुई और संक्रमण दर 0.08 प्रतिशत रही। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। भारत में कोविड-19 और वैक्सीनेशन संबंधी आंकड़े जुटाने वाली पहल covid19india.org के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में पिछले साल 15 अप्रैल को संक्रमण के 17 मामले सामने आए थे।
बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में पिछले साल कोरोना महामारी फैलने के बाद से संक्रमण के 14,35,128 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 14.09 लाख लोग अब तक संक्रमण के उबर चुके हैं। 25,018 रोगियों की मौत हो चुकी है। रविवार को दिल्ली में संक्रमण के 53 नए मामले सामने आए थे। तीन रोगियों की मौत हुई थी जबकि संक्रमण दर 0.07 प्रतिशत रही थी।
बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में उपचाराधीन रोगियों की कुल संख्या 693 है। बीते दिन 43,661 आरटी-पीसीआर समेत कुल 55,019 जांचे की गईं। वहीं कोरोना वायरस की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार के बीच यहां गृह पृथकवास में रहने वाले लोगों की संख्या कम होकर 252 रह गई है जो राजधानी में दूसरी लहर के दौरान 27 अप्रैल को 54,000 से अधिक थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन रोगियों की संख्या भी 28 अप्रैल के रिकॉर्ड 99,752 से घटकर 11 जुलाई को 743 रह गई है। रविवार को संक्रमण दर 0.07 प्रतिशत तक गिर गई। इसके अलावा दैनिक मामलों और मौतों की संख्या व निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में भी पिछले कई हफ्तों में काफी कमी आई है। महामारी की दूसरी लहर की शुरुआत में दिल्ली में हालात खराब हो गए थे। इस दौरान रोजाना बड़ी संख्या में मौत के मामले सामने आ रहे थे।
अप्रैल-मई में विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की किल्लत के चलते हालात और चिंताजनक हो गए थे। मामलों में वृद्धि को देखते हुए 19 अप्रैल को दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 19 अप्रैल के बाद से, संक्रमण और मौत के दैनिक मामलों में वृद्धि हो रही थी। 20 अप्रैल को संक्रमण के 28,395 मामले सामने आए थे और 277 रोगियों की जान चली गई थी। 22 अप्रैल को 306 मौतें हुईं। 3 मई को शहर में रिकॉर्ड 448 रोगियों की जान गई। बीस अप्रैल को शहर में 40,124 लोग घरों में पृथक वास में थे। उपचाराधीन रोगियों की संख्या 85,575 थी जबकि निषिद्ध क्षेत्रों की तादाद 17,151 थी।
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