नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते कोरोनावायरस मामलों के बीच दिल्ली पुलिस दोहरी चुनौतियों का सामना कर रही है। कोरोना संकट के बीच कई लोग दर्द भूलकर लोगों की सेवा में लगे हैं। एक तरफ जहां राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस की है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस आपात समय में जरूरतमंदों के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रही है। दिल्ली के पुलिस अधिकारी लक्ष्य पांडे भी इन दिनों लगातार जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं। शनिवार की सुबह लक्ष्य पांडे के बहनोई का कोरोना के कारण निधन हो गया, लेकिन काम के प्रति अपनी जिम्मेदारी को देखते हुए उन्होंने 2 घंटे के अंदर ही दोबारा ड्यूटी जॉइन कर ली।
दिल्ली पुलिस में कार्यरत लक्ष्य पांडे दक्षिण दिल्ली के छतरपुर में स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास कोविड केंद्र में तैनात थे। शनिवार को उनके बहनोई की मौत हो गई लेकिन पांडेय दोपहर में काम पर लौट आए। गाजीपुर में अंतिम संस्कार के लिए काफी लंबी लाइन लगी थी जिसकी वजह से उन्हें बिना अंतिम संस्कार करवाए ही अपने काम पर वापस लौटना पड़ा। ड्यूटी पर आते ही उन्होंने तेजी से बढ़ रहे मामलों को रोकने के लिए चल रही तैयारियों का जायजा लिया।
लक्ष्य पांडेय ने बताया कि डेड बॉडी के बाद हम अंतिम संस्कार के लिए उसे लेकर गाजीपुर श्मशान घाट पहुंचे, जहां अंतिम संस्कार करने के लिए भी एक लंबी कतार थी, लेकिन अंतिम संस्कार से ज्यादा जरूरी मेरे लिए राधा स्वामी सत्संग व्यास की सुरक्षा थी। इसलिए अंतिम संस्कार किए बगैर ही मैं वापस ड्यूटी पर लौट आया क्योंकि मेरे पास लगातार फोन आ रहे थे और मुझे ड्यूटी पर लौटना जरूरी है। उन्होंने बताया कि अपनों को खोने का दुख तो है, लेकिन लेकिन यह समय और लोगों की जान बचाने का है।
लक्ष्य पांडेय 2018 बैच के दानिप्स अधिकारी हैं और वर्तमान में महरौली सब-डिविजन में एसीपी के रूप में कार्यरत हैं।