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Hindi News दिल्ली दिल्ली में डेंगू ने बरपाया कहर, बीते हफ्ते सामने आए 472 मामले, इस साल इतने लोग गंवा चुके जान

दिल्ली में डेंगू ने बरपाया कहर, बीते हफ्ते सामने आए 472 मामले, इस साल इतने लोग गंवा चुके जान

दिल्ली में एक बार फिर डेंगू के मामले चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। बीते एक हफ्ते में डेंगू के 450 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस साल डेंगू की वजह से कुछ लोगों ने जान भी गंवाई है।

dengue cases- India TV Hindi Image Source : FILE डेंगू के 450 से ज्यादा मामले सामने आए

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डेंगू के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते एक हफ्ते में डेंगू के 472 मामले सामने आए हैं। इस साल अब तक डेंगू से 3 मौतें भी हुई हैं। इस साल अब तक कुल 4533 मामले सामने आ चुके हैं। ये जानकारी दिल्ली नगर निगम ने दी है।

डेंगू कैसे फैलता है?

डेंगू बीमारी मच्छरों के काटने से फैलती है। इस बीमारी में शरीर से तेजी से प्लेटलेट्स गिरते हैं, इससे मरीज की हालत बिगड़ती जाती है और उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ता है। गंभीर स्थिति में पहुंचने पर मरीज की मौत भी हो जाती है। इस बीमारी के आम लक्षण तेज बुखार, उल्टी और सिर में दर्द हैं। 

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है। 

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

डेंगू के लक्षण

  • तेज बुखार
  • प्लेटलेट्स कम
  • शरीर में दर्द
  • डायरिया
  • सिरदर्द
  • रैशेज 
  • वॉमिट

डेंगू के आफ्टर इफेक्टस क्या हैं?

  • थकान-कमजोरी का रहना
  • सांस लेने में दिक्कत होना
  • जोड़ों में दर्द का रहना
  • खून की कमी होना

मच्छर भगाने के प्राकृतिक उपाय

  • घर में लोबान जलाएं
  • कमरे में कपूर जलाएं 
  • नीलगिरी-नीम का तेल मिलाकर लगाएं