नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि के बीच, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने आज अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में विभाग अधिक प्रतिबंधों पर विचार कर सकता है ताकि संक्रमण के प्रसार पर काबू पाया जा सके। आधिकारिक सूत्रों ने ये जानकारी दी है।
इस बीच आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें हल्के लक्षण हैं। सीएम ने खुद को आइसोलेट कर लिया है और कुछ दिनों में संपर्क में आने वालों को टेस्ट कराने और होम आइसोलेट होने की सलाह दी है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोविड के 4,099 नए मामले सामने आए और सोमवार को संक्रमण दर 6.46 प्रतिशत हो गयी। इससे पहले डीडीएमए ने 29 दिसंबर को अपनी पिछली बैठक में तय किया था कि दिल्ली में 'येलो अलर्ट' के तहत लगाए गए प्रतिबंध जारी रहेंगे क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम थी।
अब आज की बैठक के बाद राजधानी में 'रेड अलर्ट' लागू किया जा सकता है। दरअसल, श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना के तहत दिल्ली ‘लेवल 4’ (रेड अलर्ट) प्रतिबंधों के दौर में पहुंच गई है, जिसमें अधिकांश गतिविधियों पर रोक और पूर्ण कर्फ्यू लगाया जाता है। लगातार दो दिनों तक संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक होने के बाद 'रेड अलर्ट' लागू किया जाता है।
एक आधिकारिक सूत्र ने पिछले दिनों कहा कि डीडीएमए की पिछली बैठक में, उभरती स्थिति की समीक्षा करने तथा यह तय करने का निर्णय लिया गया था कि क्या और प्रतिबंधों की आवश्यकता है। आज की बैठक में विचार किया जाएगा कि क्या ओमीक्रोन के प्रसार पर काबू के लिए कुछ और करने की आवश्यकता है?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि शहर में हालांकि दैनिक मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है क्योंकि ज्यादातर लोगों में गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे या उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन से संक्रमित किसी भी मरीज को दिल्ली के अस्पतालों में अब तक ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी है। लेकिन, उन्होंने कहा कि दिल्ली में दो दिनों में 84 फीसदी ओमिक्रॉन के केस सामने आए हैं।
इनपुट- भाषा