दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर अमित शाह की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, एम्स के निदेशक डॉ गुलेरिया, आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव, दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव इस बैठक में शामिल हुए
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हाल में हुई वृद्धि के मद्देनजर रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस की स्थिति का जायजा लिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के चलते उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और इससे निपटने के तरीकों पर चर्चा की। दिल्ली में कोविड-19 के 3,235 नये मामले सामने आये जिससे रविवार को यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4.85 लाख से अधिक हो गई, वहीं 95 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 7,614 हो गई।
अरविंद केजरीवाल ने कहा
- दिल्ली में लगभग 750 आईसीयू बेड बढाए जाएंगे। ये डीआरडीओ मुहैया कराएगी।
- दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग को बढाकर एक लाख से सवा लाख तक किया जाएगा।
- अगर दिल्ली में कुछ पाबंदी आदि लगाने की जरूरत है तो इसपर कल गृह मंत्रालय कुछ फैसला कर सकता है।
अधिकारी ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण के साथ विशेष रूप से त्योहारी मौसम और घटते तापमान को देखते हुए रविवार की बैठक दिल्ली में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एक रणनीति तैयार करने के विषय पर चर्चा के लिए आहूत की गई थी। गत दो नवंबर को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला द्वारा बुलाई गई एक बैठक में त्योहारों और लोगों की अधिक आवाजाही के साथ-साथ लोगों द्वारा कोविड-19 मानदंडों का पालन नहीं किए जाने को दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। हालांकि, केजरीवाल ने पिछले हफ्ते मामलों में उछाल के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया था।
भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक कहा गया था कि गंभीर स्थिति से निपटने के लिए जांच, संक्रमितों का पता लगाने और उपचार के लिए वृहद प्रयास किए जाएंगे। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया था कि मेट्रो की यात्रा को मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सावधानीपूर्वक विनियमित किया जाना चाहिए। दिल्ली में कोविड-19 के मामलों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए प्रशासन जांच, संक्रमितों के संपर्क में आये व्यक्तियों का पता लगाने और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार रविवार को दिल्ली में कोविड-19 के नये मामले एक दिन पहले किये गए 21,098 जांच से सामने आये। दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 15.33 प्रतिशत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 8,593 नये मामले सामने आये थे। बृहस्पतिवार को 104 व्यक्तियों की मौत हुई थी, जो कि पांच महीनों में एक दिन में सबसे अधिक है।
शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 44,456 हो गई, जबकि ठीक होने की दर 89 प्रतिशत से अधिक रही। शनिवार की स्थिति के अनुसार दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 4,288 थी। दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि ऐसे समय हुई है जब त्योहार का मौसम है और प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। दुर्गा पूजा समारोह जहां 25 अक्टूबर को समाप्त हुआ था, वहीं दिवाली शनिवार को मनाई गई। छठ इस सप्ताह के अंत में है।