Coronavirus: दिल्ली में कुल मामले 3 हजार के पार, अबतक 54 लोगों की मौत
सोमवार को राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के 190 नए मरीज सामने आए, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3108 हो गई है।
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। सोमवार को राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के 190 नए मरीज सामने आए, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3108 हो गई है। दिल्ली में कोरोना वायरस की वजह से अबतक 54 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 877 मरीज इस बीमारी को मात देने में सफल रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट से भी सामने आया मामला
सुप्रीम कोर्ट से भी कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां एक अटेंडेंट संक्रमित हुआ है। अभी यह कंफर्म नहीं है कि संक्रमित व्यक्ति रेगुलर कर्मचारी है या कांट्रेक्ट स्टॉफ। सूत्रों ने यह जानकारी भी दी कि 2 रजिस्ट्रार को भी क्वारंटाइन किया गया है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में आने वाले सभी कर्मचारियों और मीडियाकर्मियों की रोज थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। पिछले करीब एक महीने से जज और वकील अपने घर या ऑफ़िस से ही सुनवाई में हिस्सा ले रहे थे।
केजरीवाल से बोले बिधूड़ी- कोटा से दिल्ली के छात्रों को वापस लाओ
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से, लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे दिल्ली के छात्रों को राष्ट्रीय राजधानी वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठाये जाने का सोमवार को आग्रह किया। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बिधूड़ी ने कहा कि राजस्थान का कोटा शिक्षा का एक प्रसिद्ध केन्द्र है जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विभिन्न राज्यों से बच्चे जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अधिकतर राज्य सरकारों ने लॉकडाउन के कारण उन छात्रों की समस्याओं को देखते हुए अपने-अपने राज्यों के बच्चों को वहां से निकालने के लिए प्रबंध किये है।’’ उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘इसलिए मैं आपसे कोटा में फंसे दिल्ली के छात्रों को वापस लाने के लिए उचित प्रबंध किये जाने का अनुरोध करता हूं।’’ बिधूड़ी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, असम और गुजरात की राज्य सरकारों ने अपने-अपने छात्रों को वापस लाने के वास्ते कोटा में बसों को भेजा है और दिल्ली सरकार को भी यही करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘जानकारी के अनुसार, दिल्ली के सैकड़ों बच्चे वहां फंसे हुए हैं। इसलिए उन्हें वापस लाने के लिए समुचित प्रबंध किये जाने चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि कोटा में फंसे हुए छात्रों के अभिभावक परेशान है और उन्होंने सरकार से अपने बच्चों को वापस लाने के लिए मदद करने का अनुरोध किया है।
With Inputs from Bhasha