दिल्ली-NCR में 5 डिग्री तक गिरा पारा, पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानों पर फिर लौटी ठंड
रविवार सुबह दिल्ली में औसत तापमान 5 डिग्री तक दर्ज किया गया। राजधानी के कई इलाकों में पारा 5 डिग्री से भी नीचे गया है।
नई दिल्ली: मौसम विभाग (IMD) ने जो अनुमान लगाया था, ठीक उसी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में शीतलहर ने कमबैक कर दिया है। दिल्ली में पहाड़ी इलाकों से आई ठंडी हवाओं ने पारा फिर से गिरा दिया है। बेघर लोग रैन बसेरे का सहारा ले रहे हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा, बारामूला समेत 12 जिलों में बर्फीले तूफान का अलर्ट जारी किया गया है। रविवार सुबह दिल्ली में औसत तापमान 5 डिग्री तक दर्ज किया गया। राजधानी के कई इलाकों में पारा 5 डिग्री से भी नीचे गया है। लेकिन मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिल्ली और एनसीआर में न्यूनतम तापमान के गिरकर 3 डिग्री पहुंच सकता है।
अभी 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा टेम्प्रेचर
बता दें कि दिल्ली और राष्टूीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सोमवार से शीतलहर चलने और न्यूनतम तापमान के गिरकर करीब 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। रविवार को दिल्ली-NCR का पारा शनिवार के मुकाबले एक दम से गिरा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पहाड़ों पर बर्फबारी और सर्द हवाओं के कारण दिल्ली में सर्दी ने फिर से कहर बरपाना शुरू किया है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक 10. 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लेकिन रविवार की सुबह होते होते पारा 5 डिग्री तक जा पहुंचा।
मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को हल्के कोहरे का अनुमान जताया है, जिसमें अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 17 और 7 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है। IMD ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में 16 जनवरी और 18 जनवरी के बीच शीतलहर चलेगी। आयानगर और रिज इलाके में मंगलवार और बुधवार को न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस तक बना रह सकता है।
बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाएं हैं कारण
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड से राहत मिलने से पहले इस महीने के अधिकांश दिनों में उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत के बड़े हिस्से में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में यह गिरावट पिछले 10 से 11 दिनों से सिंधु-गंगा के मैदानी इलाकों में घने कोहरे की परत और दो पश्चिमी विक्षोभों के बीच एक बड़े अंतर के कारण हुआ था, जिसने बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाओं को सामान्य से अधिक समय तक चलने दिया। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में जल निकायों और नदियों के कारण सिंधु-गंगा के मैदानों में बहुत अधिक नमी है। एक बार पश्चिमी विक्षोभ के पीछे हटने के बाद, उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों की ओर चलने लगेंगी।