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Hindi News दिल्ली CM आतिशी का बड़ा एलान, दिल्ली में 10 हजार बस मार्शल्स को फिर मिलेगा रोजगार

CM आतिशी का बड़ा एलान, दिल्ली में 10 हजार बस मार्शल्स को फिर मिलेगा रोजगार

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में 10 हजार मार्शल्स को फिर से रोजगार मिलेगा। दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को वापस रखने का प्रस्ताव पास किया है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी - India TV Hindi Image Source : X@AAMAADMIPARTY दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी

नई दिल्लीः दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने शनिवार को बस मार्शल्स के लिए बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 10 हजार मार्शल्स को फिर से रोजगार मिलेगा। दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को वापस रखने का प्रस्ताव पास किया है। सोमवार से सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को काम मिलेगा। 

बस मार्शल्स को मिलेगी स्थाई नौकरी

सीएम आतिशी ने कहा कि मैं बस मार्शलों को आश्वस्त करती हूं कि आने वाले कुछ दिनों में ही बस मार्शलों की स्थायी नियुक्ति का प्रस्ताव एलजी वीके सक्सेना के पास भेजेंगे। जब तक इन्हें स्थायी नियुक्ति नहीं मिल जाती तब तक फरवरी के महीने तक बस मार्शलों को प्रदूषण के खिलाफ मुहीम में जोड़ा जा रहा है।

डीएम ऑफिस में करा सकते हैं रेजिस्ट्रेशन 

उन्होंने कहा कि सोमवार से बस मार्शलों को कॉल आउट नोटिस जारी किया जायेगा और मंगलवार से ये अपना रेजिस्ट्रेशन डीएम ऑफिस में करा सकते हैं। साल 2018 में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने डीटीसी बसों में मार्शलों की नियुक्ति की ताकि महिलाओं के साथ छेड़छाड़ ना हो और बच्चे और बुजुर्ग भी सुरक्षित सफर कर सकें। लेकिन बीजेपी ने अप्रैल 2023 में षड्यंत्र करके 10 हजार बस मार्शलों की तनख्वाह रोक ली और फिर अक्टूबर 2023 में उन्हें नौकरी से निकाल दिया।

दिल्ली विधानसभा ने पास किया था प्रस्ताव

बता दें कि सितंबर में दिल्ली विधानसभा ने बस मार्शलों की नौकरियों को बहाल करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। सत्र के पहले दिन डीटीसी और क्लस्टर बसों में बस मार्शल के रूप में कार्यरत लगभग 10,000 बस मार्शलों को हटाने पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच तीखी बहस हुई। हंगामे के बावजूद, अंततः दोनों पक्षों ने नौकरियां बहाल करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने 10,000 बस मार्शलों को बहाल करने के लिए पूर्ण पैमाने पर प्रयास की घोषणा की थी।

रिपोर्ट- अनामिक गौड़