Chhath Puja: लोकआस्था के महापर्व चार दिवसीय छठ पूजा का आज से आगाज हो रहा है। छठ पूजा को उत्तर भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बिहार, उत्तर प्रदेश समेत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस पर्व की एक अलग ही चहल-पहल होती है। राज्य सरकार भी छठ पूजा मनाने वालों के लिए विशेष इंतजाम करती है। जगह-जगह घाट आदि बनवाये जाते हैं।
इस बार भी छठ पूजा के लिए दिल्ली सरकार ने कई इंतजाम किये हैं। कई जगहों पर कृत्रिम घाट बनवाए गए हैं। किसी भी तरह की परेशानी से निबटने के लिए प्रशासन ने तमाम प्रबंध किये हैं। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में छठ पूजा आयोजन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिल्ली में छठ पूजा समारोह के सभी 1100 स्थलों पर सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
यमुना नदी में पूजा नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु
इस बार यमुना के किनारे बनाए गए कृत्रिम घाटों पूजा हो सकेगी, वहां पानी में खड़े होकर श्रद्धालु पूजा कर सकेंगे, लेकिन नदी के पानी में जाने की इजाजत नहीं होगी। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि यह इसलिए किया जा रहा है कि यमुना के कई घाटों पर दलदल है जिससे श्रद्धालुओं को वहां पहुंचने में परेशानी हो सकती है।
Image Source : fileआस्था का महापर्व छठ
यमुना नदी में कई जगह दिख रहा जहरीला सफ़ेद झाग
हालांकि यमुना नदी में प्रदूषण की वजह से जगह-जगह समद झाग भी देखने को मिल रहा है। नदी का पानी और भी प्रदूषित हो गया है। गुरुवार को यमुना जहरीले सफेद झाग से भर गया। जिसको लेकर भी श्रद्धालु चिंतित हैं। बता दें कि 28 अक्टूबर (शुक्रवार) से छठ पूजा का आगाज हो गया है। इस महापर्व में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में यमुना नदी पर बने घाटों पर छठ व्रती यमुना में प्रवेश कर स्नान करती हैं और श्रद्धालु भगवान सूर्य को अर्घ्य चढ़ाते हैं।