दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय बजट में एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी को धोखा मिला है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले केंद्र को करों के रूप में 2.32 लाख करोड़ रुपये का भुगतान करने के बावजूद दिल्ली को उसके हिस्से के रूप में एक पैसा भी नहीं मिला है। आतिशी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की सरकार और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए बजटीय आवंटन की मांग की गई थी, लेकिन केंद्र से एक भी रुपया नहीं मिला है। आतिशी ने कहा, "भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा संसद में पेश किया गया आज का बजट दिल्ली की जनता के साथ धोखा साबित हुआ है। यह दिल्ली की जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर पानी फेरने वाला बजट है।"
दिल्ली की जनता को नहीं मिला हक: आतिशी
उन्होंने कहा, "हर बार की तरह इस बार भी भाजपा-नीत केंद्र सरकार ने दिल्ली की जनता को उनका हक नहीं दिया।" आम आदमी पार्टी (आप) की नेता ने कहा, ‘‘दिल्ली देश की वृद्धि का इंजन है। वह केंद्र को आयकर के रूप में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक और केंद्रीय जीएसटी के रूप में 25,000 करोड़ रुपये का भुगतान करती है। केंद्र को 2.32 लाख करोड़ रुपये का कर देने के बावजूद दिल्ली महज 20,000 करोड़ रुपये मांग रही थी जो कि केंद्रीय बजट का सिर्फ 0.4 प्रतिशत है। लेकिन केंद्रीय करों में अपने हिस्से के रूप में या एमसीडी को कोई पैसा नहीं दिया गया है।
आतिशी बोलीं- भाजपा ने दिल्ली के लिए कुछ नहीं किया
उन्होंने कहा कि पिछले साल भी दिल्ली के लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई से केंद्र को 2.07 लाख करोड़ रुपये का आयकर दिया था। उन्होंने भाजपा को ‘‘केंद्र में उसकी सरकार द्वारा पेश किए पिछले 11 बजट में दिल्ली के लिए किया गया एक भी काम दिखाने’’ की चुनौती दी। आतिशी ने कहा, ‘‘पिछले 11 वर्ष में केंद्र की भाजपा सरकार ने दिल्ली के लिए एक भी काम नहीं किया। केंद्रीय बजट ने दिल्ली के लोगों को दिखा दिया है कि भाजपा ने उनके लिए कुछ नहीं किया है। भाजपा नीत केंद्र सरकार ने अपने आप को बचाने के लिए यह बजट पेश किया और यह देश के लोगों के लिए नहीं है।’’
(इनपुट-भाषा)