नई दिल्ली | केंद्र ने रविवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली सरकार की मदद करने के अपने वादे के तहत उसने डीआरडीओ अस्पताल में 250 वेंटिलेटर पहुंचा दिए हैं। कोरोनावायरस संकट के दौरान दिल्ली सरकार की मदद करने वाली नोडल केंद्रीय एजेंसी गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कहा कि ये वेंटिलेटर दिल्ली हवाईअड्डे के पास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) अस्पताल में स्थापित किए जाएंगे। एमएचए के प्रवक्ता नितिन वाकणकर ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने बेंगलुरु से 3 दिन पहले 250 वेंटिलेटर भेजे थे, जो रविवार तड़के यहां पहुंचे। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी डीआरडीओ के लिए 35 बीआईपीएपी मशीनें भी वितरित की हैं।
केंद्र सरकार के अस्पतालों और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भी 125 वेंटिलेटर 116 ऑक्सीजन युक्त बेड के साथ शनिवार को दिल्ली पहुंचे।
बता दें कि दिल्ली में 28 अक्टूबर से कोरोना मामलों में वृद्धि देखी गई। 11 नवंबर को 8,000 मामले आने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में 15 नवंबर को एक समीक्षा बैठक की और आश्वासन दिया था कि डीआरडीओ को 250 दिए जाएंगे। डीआरडीओ के पास पहले से ही 250 आईसीयू बेड और 35 बीआईपीएपी बेड हैं। साथ ही दिल्ली शहर में 750 और आईसीयू बेड उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया गया था।
एमएचए के अनुसार, इन नए कदमों से दिल्ली में बढ़ रहे कोविड मामलों से निपटने में मदद मिलेगी। इसके अलावा पहली बार दिल्ली में आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या रैपिड एंटीजेन टेस्ट से अधिक हो गई है।
दिल्ली में अब तक 5,23,117 कोरोनोवायरस के मामले और 8,270 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। राष्ट्रीय राजधानी में अभी 39,741 सक्रिय मामले हैं और 4,75,106 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।