AAP के सांसद संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी के पहले जनप्रतिनिधि सम्मेलन को लेकर कहा कि इस सम्मेलन में 1500 लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इतने ज्यादा जनप्रतिनिधि को देखर BJP परेशान होगी मुझे पता था। संबित पात्रा ने बिना सर-पैर की बात की। संजय सिंह ने सवाल किया कि 285 विधायकों को खरीदने में जो हज़ारों करोड़ो रुपये लगाए वो कहां से आए? AAP सांसद ने आगे कहा कि आज बीजेपी को लोग खोखा पार्टी कहने लगे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ऑपरेशन लोटस फेल हो गया, पंजाब में भी फेल हो गया।
BJP पर लगाए कमीशन खोरी के आरोप
संजय सिंह ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जिससे विधायकों को खरीदा, वो रिश्वतखोरी, दलाली का पैसा कहां से लाया गया, क्या इसकी जांच CBI से नहीं होनी चाहिए? उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ जो झूठे मुकदमे लिखवाए, उसके लिए बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए कि नहीं? AAP सांसद ने कहा कि 10 लाख करोड़ रुपये बीजेपी ने अपने पूंजीपति मित्रों का माफ किया। इसमें बीजेपी बताए कि कितना कमीशन खाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब के चुनाव परिणाम आम आदमी पार्टी गुजरात में भी दुहराएगी।
बीजेपी की शब्दावली पर बोला हमला
संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा, "दिल्ली के चुनाव में आतंकवादी कहा था तो जनता ने 62 सीटें हमें दी थी, इनकी जमानतें जब्त हो गयीं थी। पंजाब में इन्होंने खालिस्तानी कहा, जनता ने हमें 92 सीट दी, इनकी जमानतें जब्त हो गयीं, वही हाल गुजरात में होगा, वहां पर ये तुगलक कह रहे हैं... बीजेपी को ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।" संजय सिंह ने आगे कहा कि अगर हम भी इनके लिए, रंगा-बिल्ला, तड़ीपार, फेंकू जैसे शब्दों का इस्तेमाल करेंगे तो अच्छा लगेगा?
"AAP को ‘कुचलने’ की कोशिश कर रही है BJP"
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि वे भ्रष्टाचार से लड़ने के नाम पर आम आदमी पार्टी (आप) को ‘‘कुचलने’’ की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें गुजरात चुनाव में हार का डर है। आप के निर्वाचित प्रतिनिधियों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के मंत्रियों और नेताओं को मोदी सरकार भ्रष्टाचार के झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है क्योंकि भाजपा ‘‘गुजरात में आप की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रही है।’’