Delhi Politics: दिल्ली के बीजेपी के विधायक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को पांच ऑटोरिक्शा ‘उपहार’ में देने के लिए गुरुवार को उनके आवास पर पहुंचे। कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक केजरीवाल की अहमदाबाद में ऑटोरिक्शा में यात्रा करने को लेकर गुजरात पुलिस के अधिकारियों से बहस हुई थी। बता दें कि गुजरात दौरे पर केजरीवाल एक ऑटो में बैठकर ऑटो वाले के घर जा रहे थे तभी गुजरात पुलिस ने उन्हें रोक लिया था। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए गुजरात पुलिस ने अपनी गाड़ी में चलने के लिए कहा था जिसके बाद केजरीवाल गुजरात पुलिस के जवानों पर भड़क गए थे। बाद में ऑटो वाले के घर पहुंच कर केजरीवाल ने खाना खाया था।
एस्कॉर्ट ऑटो लेकर सीएम निवास पहुंचे बीजेपी विधायक
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और बीजेपी कुछ और विधायक एस्कॉर्ट ऑटो लेकर सीएम निवास पहुंचे। इन ऑटो पर लिखा है- CM दिल्ली, CM Escort, PS to CM बीजेपी के प्रदर्शनकारियों के हाथों में पोस्टर था जिन पर लिखा था- 'बीजेपी विधायकों की तरफ से ऑटो की भेंट, स्वीकार करो केजरीवाल', 'गुजरात में नौटंकी करना बंद करो', 'गुजरात में सिक्योरिटी से इंकार दिल्ली में है सुरक्षाकर्मियों को दरकार'।
केजरीवाल ने गुजरात में की थी ऑटो में यात्रा
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री के फ्लैगस्टाफ रोड आवास के बाहर कहा कि केजरीवाल के काफिले में 27 गाड़ियां होती हैं लेकिन उन्होंने गुजरात में ऑटोरिक्शा में यात्रा करने पर जोर देकर नौटंकी की। केजरीवाल ने हाल में अपनी दो दिनी गुजरात यात्रा के दौरान 12 सितंबर को अहमदाबाद में एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर के घर पर रात्रि भोजन किया था। ऑटो ड्राइवर उन्हें उस फाइव स्टार होटल से लेकर गया था जहां वह ठहरे थे। इस दौरान गुजरात पुलिस ने केजरीवाल को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए ऑटो में जाने से रोकने का प्रयास किया। बाद में एक पुलिसकर्मी ऑटो चालक के पास बैठ गया और पुलिस की दो गाड़ियां भी ऑटो के साथ रहीं।
'केजरीवाल ने गुजरात में नौटंकी की'
बिधूड़ी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उनके काफिले में 27 गाड़ियां रहती हैं और उनकी सुरक्षा में 200 कर्मी तैनात रहते हैं और फिर भी उन्होंने गुजरात में ऑटोरिक्शा में यात्रा करने पर जोर देकर नौटंकी की। इसलिए हम उन्हें ये ऑटो उपहार में दे रहे हैं ताकि दिल्ली में तिपहिया वाहनों में चलने की उनकी इच्छा पूरी हो सके।’’ भाजपा नेता ने कहा कि एक ऑटोरिक्शा आगे चल सकता है, तिरंगे वाले एक ऑटो में मुख्यमंत्री स्वयं बैठ सकते हैं, दो अन्य उनके सुरक्षाकर्मियों के लिए हो सकते हैं और एक में उनके निजी सचिव बैठ सकते हैं।