नई दिल्ली: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में 3 स्टूडेंट की मौत के बाद भारतीय जनता पार्टी दिल्ली सरकार पर हमलावर है। मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की अगुवाई में धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान नई दिल्ली से बीजेपी की सांसद बांसुरी स्वराज सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। सभी नेताओं ने अपने-अपने हाथों में तख्ती ले रखी थी जिस पर लिखा था कि ‘यह हादसा नहीं हत्या है।’
कांग्रेस ने निकाला था कैंडल मार्च
बता दें कि इस मामले में दिल्ली सरकार के खिलाफ सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल रखा है। बीते दिनों दिल्ली प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव की अगुवाई में 14 जिलों में कैंडल मार्च निकाला गया। इधर 3 विद्यार्थियों की मौत के बाद सोमवार को राजेंद्र नगर में कई कोचिंग संस्थानों को सील किया गया जो नियमों की अवहेलना कर बेसमेंट में अवैध रूप से लाइब्रेरी चला रहे थे। मालूम हो कि 27 जुलाई को दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग संस्थान में लाइब्रेरी में पढ़ रहे छात्र बेसमेंट में हुए जलभराव में फंस गए थे जिसमें 3 छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
एलजी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
छात्रों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया था, जिसके बाद परिजनों को शव सौंप दिए गए। मृतक तान्या के परिजनों के अनुसार, वह पढ़ने में काफी तेज थी और उसने दिल्ली में रहकर स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। वहीं, आगे IAS बनने का सपना लिए वह राजेंद्र नगर के कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर रही थी। दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मंगलवार को भरोसा दिलाया कि ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर की इमारत के 'बेसमेंट' में पानी भर जाने के कारण 3 सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत के मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।