Delhi News: भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘झूठ का विश्वविद्यालय’ चला रहे हैं। आदेश गुप्ता का यह बयान आप के इस दावे के बाद आया है, जिसमें उसने दावा किया था कि दिल्ली नगर निगम कूड़े के निपटान के लिए 16 और ‘लैंडफिल स्थल’ बनाने पर विचार कर रहा है। इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि भाजपा दिल्ली को ‘कूड़ों के पहाड़ के शहर’ में तब्दील करना चाहती है और दावा किया था कि दिल्ली नगर निगम (MCD) की 16 और लैंडफिल स्थल बनाने की योजना है।
करीब 15 वर्षों तक सत्तासीन रही भाजपा ने पलटवार किया और केजरीवाल एवं उनके विधायकों पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। इस साल मई में तीनों नगर निगमों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद केंद्र सरकार ने उनका एकीकरण कर दिया था। आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा तब से इस मुद्दे पर वाक्युद्ध में उलझी हुई है।
'दिल्ली में 16 लैंडफिल स्थल बनाने की योजना'
केजरीवाल ने कहा कि वतर्मान तीन लैंडफिल स्थलों के करीब रह रहे लोग पहले से ही बदबू समेत कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग यहां कूड़े के किसी और ढेर के बिल्कुल विरूद्ध हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पार्टी विधायक दुर्गेश पाठक समेत कई 'आप' नेताओं ने यह दावा करते हुए भाजपा पर प्रहार किया कि शहर में और 16 लैंडफिल स्थल बनाने की योजना है। गुप्ता ने कहा, ‘‘केजरीवाल अपनी पार्टी के नेताओं एवं विधायकों को झूठ फैलाने एवं लोगों को गुमराह करने में प्रशिक्षित करने के लिए झूठ का विश्वविद्यालय चला रहे हैं।’’
'आप' झूठ फैलाकर लोगों का ध्यान भटका रही
भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने कहा, ‘‘उन्होंने दावा किया था कि 'आप' विधायकों को उनकी सरकार को गिराने के लिए 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी, लेकिन वह झूठ साबित हुआ, क्योंकि न तो केजरीवाल और न ही उनकी पार्टी का कोई व्यक्ति यह बता पाया कि किसने विधायकों को धन की पेशकश की थी।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा और लोगों ने भी केजरीवाल एवं उनकी पार्टी से उनकी सरकार के शराब घोटाले को लेकर सवाल पूछे, लेकिन वह झूठ फैलाकर लोगों का ध्यान भटका रहे हैं।
गुप्ता ने कहा कि MCD ने केंद्र सरकार की मदद से गाजीपुर, ओखला और भलस्वा में तीन लैंडफिल स्थलों से कूड़ा हटाया। उन्होंने कहा कि AAP निगम के विरूद्ध लगातार झूठ परोस रही है, लेकिन उसकी सरकार ने लैंडफिल स्थलों से कूड़ा हटाने के लिए कोई पैसा नहीं दिया।