BJP Attacks AAP: भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को दावा किया कि “रेवड़ी” संस्कृति पर जारी बहस में मोदी सरकार पर हमला कर, आम आदमी पार्टी, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लिए “अग्रिम जमानत” की मांग कर रही है। आपको बता दें कि सिसोदिया पर कथित शराब घोटाले में शामिल होने का आरोप है। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “रेवड़ी” संस्कृति पर दिए बयान के बाद मुफ्त की योजनाओं पर बहस शुरू हो गई। इसके बाद से इस मुद्दे पर AAP और भाजपा के बीच राजनीतिक रस्साकशी जारी है। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सिसोदिया इस मुद्दे पर रोज बयान दे रहे हैं और मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं ताकि अगर उप मुख्यमंत्री के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए तो उन्हें “पीड़ित” दिखाया जा सके। पात्रा ने कहा, “सिसोदिया के लिए अग्रिम जमानत लेने का प्रयास किया जा रहा है।”
‘ब्लैकलिस्टेड’ फर्म को भी बांटी शराब की दुकानें
संबित पात्रा ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने गलत किया है और उनका भी वही हश्र होगा जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद सत्येंद्र जैन का हो रहा है। पात्रा ने कहा कि AAP सरकार ने शराब की दुकानें मुफ्त की योजनाओं की तरह बांटी जिसमें ‘ब्लैकलिस्टेड’ फर्म भी शामिल हैं और केजरीवाल के दोस्तों के लिए 144 करोड़ रुपये माफ कर दिए। भाजपा नेता ने कहा कि “रेवड़ी” की बहस में केजरीवाल और सिसोदिया के दावे झूठ से भरे हैं और उन्हें इनकी समझ भी नहीं है। RTI से प्राप्त सूचना का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान दिल्ली में 16 स्कूल बंद हुए जबकि पार्टी ने दावा किया था कि सत्ता में आने पर पांच सौ नए स्कूल खोले जाएंगे। पात्रा ने कहा कि 1,030 सरकारी स्कूलों में से 700 में प्राचार्य नहीं हैं और 16,834 टीचर्स के पद खाली हैं।
RTI के मुताबिक केवल इतने लोगों को रोजगार मिला
प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल ने एक भाषण में दावा किया था कि उनकी सरकार ने दस लाख लोगों को रोजगार दिया। लेकिन RTI से प्राप्त सूचना के अनुसार केवल 3,246 लोगों को नौकरियां मिली। इसके अलावा एक दूसरी RTI के विस्तृत जवाब में बताया गया कि वास्तव में केवल 849 लोगों को ही रोजगार मिल सका। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान बहुचर्चित मोहल्ला क्लिनिक किसी के काम नहीं आई। पात्रा ने दावा किया कि इस साल केजरीवाल सरकार ने अपने मंत्रियों और उनके परिजनों के इलाज के लिए सवा करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया है।