दिल्ली: पहलवानों और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के चल रही जंग अब और तेज हो गई है। इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह ने यहां तक कह दिया कि अपना मेडल गंगा में बहाने से मुझे फांसी नहीं मिल जाएगी। दिल्ली पुलिस पीआरओ सुमन नलवा ने डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के मामले पर अपडेट दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। जांच की समय सीमा या सबूत क्या है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
ANI को दिल्ली पुलिस के टॉप सोर्स ने बताया कि अब तक हमें बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। 15 दिनों के भीतर हम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट हो सकती है। पहलवानों के दावे को साबित करने वाला कोई सबूत नहीं मिला है।
ममता बोलीं-हम पहलवानों के साथ हैं
वहीं बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाजरा मोड़ से रवींद्र सदन तक रैली निकाली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "हमारी एक टीम पहलवानों से मुलाकात करने जाएगी और उन्हें समर्थन देगी। हम आपके साथ हैं इसलिए आज हमने यह रैली निकाली है। कल भी इसे जारी रखा जाएगा। पहलवान हमारे देश के गौरव हैं। आपकी लड़ाई में हम आपके साथ हैं।"
बता दें कि पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इसे लेकर वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। मंगलवार को पहलवान अपना मेडल गंगा में बहाने निकले थे लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत के कहने के बाद उन्होंने मेडल उन्हें सौंप दिया था और पांच दिनों का अल्टीमेटम दिया था। पहलवानों ने इंडिया गेट पर धरना देने का भी ऐलान किया था, जिसे लेकर दिल्ली पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है।