आतिशी का सामान घर से निकाला बाहर, तो भड़के सौरभ भारद्वाज, बोले- LG घटिया राजनीति कर रहे हैं
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के सामान को घर से बाहर निकाले जाने के बाद सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधा है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल जैसी निम्न राजनीति कर रहे हैं, वह बहुत घटिया है।
दिल्ली सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार के दर्जनों कामों को अधिकारियों द्वारा एलजी ने रुकवाया है। इसके लिए जब एलजी को पत्र लिखा गया तो कई बार एलजी ने कहा कि यह तो आपकी सरका का विभाग है, मैं क्या कर सकता हूं। विभाग तो हमारे पास है लेकिन अधिकारियों का कंट्रोल तो एलजी के पास है। इसका एक उदाहरण कल दिखा। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग सीएम आतिशी के पास ही है, लेकिन उसी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने सीएम आवास पर ताला लगाकर सील कर दिया है। मुख्यमंत्री खुद थोड़ी न कहेंगी कि मेरे घर को सील कर दो। एलजी कठपुतली की तरह अधिकारियों को नचा रहे हैं।
सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि हमारे दो मंत्रियों सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया ने इस्तीफा दिया। उनके घरों का आवंटन मुझे और आतिशी को हुआ। आतिशी को आवंटन के बावजूद एबी-17 पर मनीष सिसोदिया का परिवार रहता रहा, वहां ऐसा नहीं दिखा कि इन्वेंट्री के लिए सामान निकलवाए गए हों। उपराज्यपाल जैसी निम्न राजनीति कर रहे हैं वह बहुत घटिया है। भाजपा वालों को शर्म लिहाज नहीं है। एलजी कह रहे हैं कि मेरा घर सीपीडब्ल्यूडी का है, तो क्या सीपीडब्ल्यूडी पाकिस्तान की है। क्या किसी एमपी के मंत्री बनने पर उनका सामान बाहर सड़क पर रख दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जैसे जम्मू कश्मीर के बारे में कह रहे हैं कि वहां के एलजी मनोज सिन्हा ने भाजपा को चुनाव हराया है, वैसा ही काम दिल्ली में उपराज्यपाल काम कर रहे हैं। भाजपा इन्हें अपना चेहरा नहीं बना सकती है क्योंकि ये दिल्ली की जनता के बीच बहुत ही अलोकप्रिय है।
वीरेंद्र सचदेवा ने साधा निशाना
दिल्ली सरकार की आर्थिक स्थिति और सीएम आवास पर भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जो रिपोर्ट आ रही है उसके मुताबिक दिसंबर के बाद दिल्ली सरकार अपने कर्मचारियों के वेतन तक नहीं दे पाएगी। यही वजह है कि पिछले 10 सालों में किसी कर्मचारी को इन्होंने पक्का नहीं किया है। क्योंकि इनके पास पैसे नहीं है। 6 फ्लैग स्टाफ रोड सीएम का आवास नहीं है। वह पीडब्ल्यूडी की संपत्ति है, जिसका खालनी करने का प्रोसेस है। लिष्ट ऑफ इन्वेंट्री बनती है। कहीं कुछ सामान तो अपने साथ लेकर नहीं चले गए, जैसा कि इस देश में कई नेताओं ने किया है। रही बात आतिशी का सामान घर से निकलाने का तो ये घर उनको अलॉट नहीं हुआ था। केजरीवाल जी ने सिर्फ चाफी सौंपने का नाटक किया था, ताकि शीशमहल को सच्चाई सामने ना आ जाए। नवरात्रि में ही मां दुर्गा महिषासुर का वध करती हैं।