'2 दिन बाद दिल्ली के CM पद से इस्तीफा दूंगा, सिसोदिया नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री', पढ़ें केजरीवाल के भाषण की 10 बड़ी बातें
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली समेत देशभर की सियासत में हड़कंप मचा दिया है। केजरीवाल ने आज से 2 दिन बाद दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। उन्होंने चुनाव कराए जाने की भी मांग की है।
नई दिल्ली: आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के 2 दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं 2 दिन बाद दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दूंगा।' केजरीवाल के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है और पूरे देश की नजर दिल्ली की सियासी गतिविधियों की ओर टिक गई है। यहां पढ़ें केजरीवाल के भाषण की 10 बड़ी बातें-
- केजरीवाल ने कहा, 'आज से 2 दिन के बाद मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती कि केजरीवाल ईमानदार है। अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है तो मेरे पक्ष में जमकर वोट देना।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मेरे इस्तीफा देने के बाद दिल्ली विधानसभा भंग नहीं होगी। आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में नया मुख्यमंत्री चुना जाएगा।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मनीष सिसोदिया भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। कोई और नेता सीएम पद पर रहेगा। मैं और सिसोदिया जनता के बीच जाएंगे।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मनीष सिसोदिया ने भी कहा है कि वह भी डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे जब जनता की अदालत से चुनकर आ जाएंगे।'
- केजरीवाल ने कहा कि मेरी मांग है कि फौरन चुनाव कराए जाएं। नवंबर में महाराष्ट्र के साथ चुनाव करवाए जाएं। नए सीएम का चुनाव अगले एक-दो दिन में कराए जाएं।
- केजरीवाल ने कहा, 'सतेंद्र जैन, अमानतुल्ला खान भी जल्दी बाहर आएंगे। मैं दिल्ली के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारे लिए प्रार्थना की। मैंने जेल में रामायण, गीता और भगत सिंह की डायरी समेत कई किताबें पढ़ीं।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मैं चाहता था कि 15 अगस्त को आतिशी झंडा फहराएं। मैंने जेल से एक पत्र भी लिखा था एलजी साहब को। लेकिन वो चिट्ठी वापस कर दी गई और मुझे वार्निंग दी गई कि अगर चिट्ठी लिखी तो परिवार से मुलाकात बंद करवा दी जाएगी।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मैंने इस्तीफा इसलिए नहीं दिया क्योंकि मैं देश के जनतंत्र को बचाना चाहता हूं। अगर मैं इस्तीफा दे देता, तो ये एक-एक करके सबको जेल में डालते। इन्होंने सिद्धारमैया, ममता दीदी, पिनाराई विजयन सबके खिलाफ केस कर रखा है।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मुझे और सिसोदिया को अलग-अलग जेल में रखा गया। जब मैं जेल में था तो एक दिन हमारी पार्टी के महासचिव संदीप पाठक मुझसे मिलने आए थे। लेकिन जेल ने उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया।'
- केजरीवाल ने कहा, 'मुझे इसलिए जेल नहीं भेजा क्योंकि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार किया बल्कि इनका मकसद आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को तोड़ना था। इनका फॉर्मूला यही है कि पार्टी तोड़ दो, विधायक तोड़ दो, ईडी की छापेमारी कर दो।'