नांगलगांव मामला: केजरीवाल का मंच टूटा, विरोध में नारे भी लगे थे
अरविंद केजरीवाल ने नांगलगांव से वापस आकर एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा मामले की मेजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है।
नई दिल्ली। दिल्ली के नांगलगांव में मासूम बच्ची से रेप और मर्डर पर जबरदस्त पॉलिटिक्स हो रही है। राजनेता नांगलगांव पहुंचकर राजनीतिक बयान दे रहे हैं। इस बीच खबर ये भी है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी बुधवार को नांगलगांव पहुंचे थे और जब वे मंच पर पहुंचे तो उनका मंच टूट गया और वे नीचे गिर गए। खबर ये भी है कि कुछ लोगों ने नांगलगांव में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी भी की है। हालांकि सिर्फ अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ही नारेबाजी नहीं हुई है बल्कि वहां पहुंचने वाले अन्य नेताओं के खिलाफ भी नारे लगाए जा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने नांगलगांव से वापस आकर एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा मामले की मेजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है। अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा है कि दिल्ली में कानून व्यवस्था को दरुस्त करने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठाए और उसमें दिल्ली सरकार भी सहयोग करेगी।
आपको बता दें कि पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और एक पुजारी ने यह झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया कि उसकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है। कल बच्ची के माता-पिता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर पुराना नांगल क्षेत्र में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।
पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया था कि बच्ची अपने माता-पिता के साथ गांव में श्मशान घाट के सामने किराए के घर में रहती थी। रविवार शाम साढ़े पांच बजे वह अपनी मां को सूचित कर श्मशान घाट में लगे पानी के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई। उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे। अधिकारी ने बताया कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है।