Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में मुफ्त सरकारी कल्याण सेवाओं को मजबूत करना चाहिए। लेकिन देश में इसके बजाए ऐसी सुविधाओं को सौगात करार देकर उनके खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। एक ऑनलाइन पत्रकार वार्ता के दौरान केजरीवाल ने केंद्र से हर घर को मुफ्त अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, 300 यूनिट बिजली प्रदान करने और ‘बेरोजगारी भत्ता’ देने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग मुफ्त शिक्षा, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज के प्रावधान को ‘रेवड़ी’ या सौगात कहते हैं। देश में सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज के प्रावधानों के खिलाफ देश में माहौल बनाया जा रहा है।’’
"अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया"
सीएम केजरीवाल ने आरोप लगाया, ‘‘हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और हमें ऐसी सुविधाओं को मजबूत करने की योजना बनानी चाहिए, लेकिन हम उनके खिलाफ माहौल बना रहे हैं।’’ दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी चीजों का विरोध करने वालों को ‘गद्दार’ कहा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इन लोगों ने अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया। ऐसे लोगों को गद्दार करार दिया जाना चाहिए और उनके खिलाफ जांच की जानी चाहिए।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने लोगों को वोट के लिए मुफ्त उपहार देने की ‘रेवड़ी संस्कृति’’ के खिलाफ आगाह किया था। उन्होंने कहा था कि यह देश के विकास के लिए ‘‘बहुत खतरनाक’’ है।
"मैं लाखों बच्चों को फ्री में शिक्षा दे रहा हूं"
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिनों पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बयान पर पलटवार किया था। सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी के उस बयान पर कटाक्ष किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली राजनीति की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि यह ”रेवड़ी कल्चर” देश के विकास के लिए बहुत घातक है। सीएम केजरीवाल ने कहा, मुझे गालियां दी जा रही है कि “केजरीवाल फ़्री की रेवड़ियां बांट रहा है”। मैं दिल्ली के गरीब और मध्यम वर्ग के 18 लाख बच्चों को फ्री में शानदार शिक्षा दे रहा हूं।