दिल्ली में एक आर्मी अफसर की मदद से दुष्कर्म पीड़िता की जान बच गई। हालांकि, पीड़िता अभी भी इस हालत में नहीं है कि आरोपी के बारे में कुछ बता सके या उसके साथ क्या हुआ इस बारे में जानकारी दे सके। डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता अब खतरे से बाहर है और जल्द ही ठीक हो जाएगी।
आर्मी ऑफिसर रात करीब दो बजे सराय काले खां के बाला साहेब गुरुद्वारे से महारानी बाग की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान एक मंदिर के पास उन्हें एक लड़की बेसुध हालात में सड़क किनारे दिखी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और पीड़िता को एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां पीड़िता का ईलाज चल रहा है।
कुछ बोलने की हालत में नहीं है पीड़िता
पीड़िता अभी इस हालत मे नहीं है कि कुछ बता पाए। वह मूल रूप से उड़ीसा की रहने वाली है और पिछले कुछ वक्त से दिल्ली में रहती है। पीड़िता यहां कैसे पहुंची इस बारे में पुलिस जांच कर रही है। लड़की की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन वह अभी कुछ बोलने की हालत में नहीं है।
निर्भया को नहीं मिली थी मदद
दिल्ली के चर्चित निर्भया कांड में आरोपियों ने पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसके और उसके दोस्त के कपड़े छीन लिए थे। इसके बाद दोनों को सड़क पर फेंक दिया था। इस समय दोनों को काफी समय तक मदद नहीं मिली थी। समय पर मदद मिलती तो पीड़िता की जान बचने की उम्मीद ज्यादा रहती। हालांकि, यहां पर आर्मी अफसर की मदद से पीड़िता की जान बच गई है।