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Hindi News दिल्ली उपराज्यपाल ने सीएम अरविंद केजरीवाल को छठ पूजा से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों को लेकर दी चेतावनी! चिन्हित घाटों पर पूजा करने के लिए दी मंजूरी

उपराज्यपाल ने सीएम अरविंद केजरीवाल को छठ पूजा से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों को लेकर दी चेतावनी! चिन्हित घाटों पर पूजा करने के लिए दी मंजूरी

दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। सूत्र ने कहा, एलजी ने यमुना पर चुनिंदा घाटों पर छठ पूजा को मंजूरी दे दी है और सीएम केजरीवाल से भक्तों के लिए साफ घाट और पानी सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

 मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना- India TV Hindi Image Source : TWITTER मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना

छठ पूजा को लेकर दिल्ली में कई जगहों पर घाटों को तैयार कर लिया गया है। हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जिले के सभी अधिकारियों को निर्देश था कि किसी प्रकार की कोई भी कोताही नहीं होनी चाहिए। अब दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भी हरी झंडी दिया दी। सक्सेना ने यमुना किनारे छठ पूजा के लिए बनाए जा रहे घाटों पर पूजा करने की मंजूरी दे दी है। उपराज्यपाल के दफ्तर से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार को निर्देश कि पूजा के लिए साफ-सफाई और पानी सुनिश्चित किया जाए।

केजरीवाल को भ्रामक विज्ञापन के लिए चेताया 
वही दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। सूत्र ने कहा, एलजी ने यमुना पर चुनिंदा घाटों पर छठ पूजा को मंजूरी दे दी है और सीएम केजरीवाल से भक्तों के लिए साफ घाट और पानी सुनिश्चित करने के लिए कहा है, उन्होंने भ्रामक और समयपूर्व प्रचार के खिलाफ भी चेतावनी दी है। एलजी सचिवालय के अधिकारी ने कहा कि छठ पूजा के बारे में सीएम के ट्वीट ने कहा कि छठ त्योहार सभी यमुना घाटों पर मनाया जाएगा, जो भ्रामक है और जनता के बीच भ्रम पैदा कर सकता है क्योंकि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने केवल निर्दिष्ट स्थलों पर पूजा की अनुमति दी है।

एक ट्वीट को लेकर जताया आपत्ति
सूत्र ने कहा- उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा 21 अक्टूबर को छठ पूजा के संबंध में किए ट्वीट को लेकर आपत्ति दर्ज की है। छठ पूजा के आयोजन को लेकर जारी किए गए दिशा निर्देशों में उपराज्यपाल ने कहा कि छठ पूजा से संबंधित मामला मेरी राय और सोच विचार के लिए संज्ञान में लाने से पहले ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये पब्लिसिटी की। यह मसला काफी गंभीर है और गवर्नेंस के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ है।

इस तरीके की पब्लिसिटी निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करती है। उपराज्यपाल ने कहा है कि बड़े स्तर पर जनहित से जुड़े मामलों में मुख्यमंत्री को भविष्य में ऐसा न करने का सुझाव दिया जाता है।राजस्व विभाग, पर्यावरण विभाग और संबंधित अधिकारियों के अधिकारियों को पर्यावरण की रक्षा के लिए उपरोक्त आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।