दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में कथित वित्तीय हेराफेरी और अन्य अनियमितताओं से जुड़े एक मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को सोमवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। खान को 16 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) द्वारा उनसे पहले पांच दिनों तक हिरासत में पूछताछ की गई थी जिसके बाद उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था। जिसे 21 सितंबर को अदालत ने अनुमति दी थी।
पहली FIR जनवरी 2020 में दर्ज की गई थी
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, मामले में पहली FIR जनवरी 2020 में भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी के साथ पठित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत दर्ज की गई थी। बाद में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 और साथ ही आईपीसी की धारा 409 को मामले में जोड़ा गया। दो साल पुराने मामले के बाद, भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने 16 सितंबर को विधायक को तलब किया था, जबकि उसने उनसे जुड़े चार स्थानों पर समानांतर रूप से छापे मारे थे और इन छापों में कई जगहों पर आपत्तिजनक सामग्री भी मिली थी। अधिकारियों के अनुसार, खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के धन का भी कथित रूप से दुरुपयोग किया है, जिसमें दिल्ली सरकार से सहायता अनुदान शामिल है। चार स्थानों पर एसीबी की छापेमारी के दौरान 24 लाख रुपये नकद बरामद किए गए और दो अवैध और बिना लाइसेंस के हथियार, कारतूस और गोला-बारूद भी जब्त किया गया।
बेडशीट से हुआ था हथियार और पैसे गायब करने का खुलासा
शुक्रवार को ACB की टीम को खुफिया सूत्रों से ये जानकारी मिली थी कि अमानतुल्लाह की पत्नी मरियम के घर पर भी अवैध हथियार और पैसा रखा गया है, जिसके बाद ACB की एक टीम अमानतुल्लाह खान की पत्नी मरियम के घर रेड करने पहुंची। मरियम के घर से ACB को कुछ नहीं मिला लेकिन जब ACB की टीम ने मरियम को उनका फोन दिखाने के लिए कहा। जैसे ही ACB की टीम ने मरियम के फोन की गैलरी खोली तो ACB की टीम को नोटों की गड्डी और एक पिस्टल की तस्वीर मिली।
जिसके बाद ACB की जांच आगे बढ़ी तो जिस बेड पर रखकर नोटों की गड्डियों और पिस्टल की फोटो ली गई थी उस दौरान बेड पर पर बिछी चादर को ACB ने रिकवर कर लिया है। हालांकि मरियम के घर से पैसा और पिस्टल बरामद नहीं हुआ है। शुक्रवार को अमानतुल्लाह खान और उसके सहयोगियों के ठिकानों से हथियार और पैसे ACB ने बरामद किए थे।