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Hindi News दिल्ली '40 हजार का घोल, 23 लाख का छिड़काव और 16 करोड़ का प्रचार', केजरीवाल के प्रदूषण भगाने के मॉडल पर BJP ने साधा निशाना

'40 हजार का घोल, 23 लाख का छिड़काव और 16 करोड़ का प्रचार', केजरीवाल के प्रदूषण भगाने के मॉडल पर BJP ने साधा निशाना

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को एक्यूआई के 396 पर रहने के साथ ही, लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।

'40 हजार का घोल, 23 लाख का छिड़काव और 16 करोड़ का प्रचार', केजरीवाल के प्रदूषण भगाने के मॉडल पर BJP - India TV Hindi Image Source : PTI '40 हजार का घोल, 23 लाख का छिड़काव और 16 करोड़ का प्रचार', केजरीवाल के प्रदूषण भगाने के मॉडल पर BJP ने साधा निशाना

Highlights

  • दिल्ली में 96% प्रदूषण के जिम्मेदार सिर्फ केजरीवाल- BJP
  • दिल्ली में अभी तक सिर्फ एक स्मॉग टावर लगा- BJP
  • BJP ने पूछा- क्या ऐसे लड़ेंगे प्रदूषण से जंग?

नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंगलवार को प्रदूषण दूर करने के मॉडल को लेकर अरविंद केजरीवाल पर एक ट्वीट के जरिए हमला किया।

आदेश गुप्ता ने ट्वीट में लिखा, "अरविंद केजरीवाल का प्रदूषण दूर करने का मॉडल! 40,000 रुपये में पराली का घोल खरीदा, 22,84,000 रुपये में उसका छिड़काव किया, 15,80,36,828 रुपये उसके प्रचार पर खर्च किए। इसी प्रचार मॉडल की धज्जियां कल सुप्रीम कोर्ट ने उड़ाई!"

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "SC ने साफ कहा है कि दिल्ली में पराली से प्रदूषण का सिर्फ 4% योगदान है। हरियाणा और पंजाब का AQI स्तर दिल्ली से कम है, क्या पराली का सारा प्रभाव दिल्ली में है? दिल्ली में प्रदूषण के 3 प्रमुख करण हैं, 1. वाहन, 2. धूल, 3. फ़ैक्टरी। 96% प्रदूषण के जिम्मेदार सिर्फ अरविंद केजरीवाल हैं।"

गुप्ता ने कहा, "दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल जी ने जोर-शोर से प्रचार किया था कि वे स्मोग टावर लगाने जा रहे हैं लेकिन अभी तक सिर्फ एक ही लगाया गया, वो भी किसी निजी कंपनी के CSR Fund से! ऐसे लड़ेंगे प्रदूषण से जंग! क्या यह है केजरीवाल जी का प्रदूषण दूर करने का मॉडल?"

दिल्ली में आज एक्यूआई के 396 रहा

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को एक्यूआई के 396 पर रहने के साथ ही, लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह के समय गाजियाबाद में 349, ग्रेटर नोएडा में 359, गुरुग्राम में 363 और नोएडा में 382 था। 

वायु प्रदूषण के बारे में जानकारी देने वाले ‘समीर एप’ के अनुसार, दिल्ली में अधिकतर निगरानी केन्द्रों में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। द्वारका सेक्टर-8, पटपड़गंज, अलीपुर, शादीपुर, डीटीयू और पंजाबी बाग जैसे कुछ स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार रहने के साथ ही, ‘गंभीर’ श्रेणी में रहा। 

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का औसतन एक्यूआई 396 रहा। दिल्ली की वायु गुणवत्ता में रविवार को थोड़ा सुधार देखा गया था, हालांकि तब भी वह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में ही थी। दिल्ली का रविवार का औसतन एक्यूआई 330 था, जबकि उससे एक दिन पहले यह 473 था। 

एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।