नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर में डीयू के 18 वर्षीय छात्र राहुल राजपूत की कथित तौर पर हत्या के मामले में मृतक राहुल की मां ने कहा है कि मेरा बेटा बहुत ही होनहार था, IAS अधिकारी बनना चाहता था। बहुत ही सीधा और कम बोलने वाला था, आज उसके जाने से सिर्फ परिवार में नहीं, पूरे मोहल्ले में शोक है। आज किसी के घर चूल्हा नहीं जल रहा। धोखे से मेरे छोटे से बच्चे की जान ले ली। जिसने भी हमारे बच्चे के साथ ऐसा किया, उसे ज्यादा से ज्यादा कड़ी सजा दी जाए। मां हूं... राहुल के लिये बस इंसाफ मांगती हूं।
वहीं मृतक राहुल के पिता ने कहा कि राहुल को गहरी चोट आई थी, जब उसे दवा के लिए जहांगीरपुरी चलने के लिए कहा तो वो डर गया। राहुल ने कहा कि वहां नहीं जाना, वो बुरी तरह डरा हुआ था। हालांकि, इससे पहले बच्चे का कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ था, बच्चा हमारा होनहार था। आईएएस बनना चाहता था, पढ़ाकू था। पढ़ाना उसका शौक था... बेटा राहुल अब चला गया। उसकी जगह अब कोई नहीं भर सकता, बच्चे के लिये इंसाफ चाहिए।
बता दें कि, मृतक राहुल राजपूत दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में द्वितीय वर्ष का छात्र था। इसके साथ ही वह स्कूली बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता था। राहुल की उसके इलाके में ही रहने वाली एक अलग समुदाय की लड़की से दोस्ती थी, लेकिन लड़की का परिवार इस दोस्ती के खिलाफ था। डीसीपी (नॉर्थ-वेस्ट) विजयंता आर्या ने बताया कि मृतक युवक राहुल की जहांगीरपुरी की एक लड़की से दोस्ती थी। लड़की के परिवार ने इस पर आपत्ति जताई और उसके रिश्तेदारों ने लड़के की पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में मोहम्मद राज, मनवर हुसैन और 3 नाबालिगों सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी ने कहा कि हम लोगों से अपील करते हैं कि वे मामले को कोई रंग न दें, यह दो परिवारों का विवाद है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमले में राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उधर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पीड़ित परिवार के घर जाकर उन्हें सांत्वना और जल्द न्याय का भरोसा दिलाया। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवार को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।