राज्यसभा में बुधवार को तीन नए सदस्यों ने शपथ ली। सतनाम सिंह संधू, नारायण दास गुप्ता और स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा सांसद के रूप में आज शपथ ग्रहण किया। हालांकि, 'आप' नेता और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा में कुछ ऐसा कर दिया, जिसकी वजह से उन्हें दोबारा शपथ लेनी पड़ी। दरअसल, पहली शपथ उन्होंने गलत पढ़ी। वहीं, शपथ के तुरंत बाद स्वाति मालीवाल ने इंकलाब जिंदाबाद बोल दिया और ये शब्द शपथ में नहीं था।
कुछ शब्द शपथ का हिस्सा नहीं था
दरअसल, स्वाति मालीवाल को सभापति जगदीप धनखड़ ने शपथ दिलाई। उनकी पहली शपथ पर सभापति ने विचार नहीं किया और दोबारा उनका नाम पुकारा। दरअसल, उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो शपथ का हिस्सा नहीं था। पहला ये कि मालीवाल ने शुरू में गलत शपथ पढ़ी थी। वो शपथ नामांकित सदस्यों के लिए थी, जबकि स्वाति मालीवाल निर्वाचित सदस्य हैं। दूसरी वजह अनावश्यक नारेबाजी रही। स्वाति मालीवाल ने पहली शपथ के तुरंत बाद इंकलाब जिंदाबाद बोल दिया और ये शब्द शपथ का हिस्सा नहीं था।
आज मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है: आप नेता
स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद कहा कि आज मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि ये मेरी नहीं, बल्कि हर उस लड़की की सफलता है, जो सफलता देखना चाहती है। मैं एक्टिविस्ट थी, हूं और रहूंगी। हमेशा उसी तरह से काम करती रहूंगी। मालीवाल ने कहा कि उनका परिवार उनके सक्रिय राजनीति में आने से डरा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि वह सरकार से सवाल करने या इसके लिए जेल जाने से नहीं डरतीं।