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Hindi News दिल्ली हरियाणा चुनाव में मिली हार तो AAP ने भी कांग्रेस पर कसा तंज, 'हमारी हसरत का ख्याल रखते तो और बात होती'

हरियाणा चुनाव में मिली हार तो AAP ने भी कांग्रेस पर कसा तंज, 'हमारी हसरत का ख्याल रखते तो और बात होती'

हरियाणा में कांग्रेस बहुमत से पीछे रह गई। प्रदेश में आम आदमी पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ी थी जिसका खामियाजा कांग्रेस को पांच सीटों पर उठाना पड़ा।

हरियाणा चुनाव में प्रचार करते राघव चड्ढा। फाइल फोटो- India TV Hindi Image Source : X@RAGHAV_CHADHA हरियाणा चुनाव में प्रचार करते राघव चड्ढा। फाइल फोटो

नई दिल्लीः हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद इंडिया गठबंधन में शामिल उसके सहयोगियों ने ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कांग्रेस पर तंज कसा है। एक्स हैंडल पर उन्होंने चार लाइन के शेर लिखकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने लिखा-

हमारी आरज़ू की फिक्र करते तो कुछ और बात होती, 
हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती

आज वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर,
अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती।

हरियाणा में कांग्रेस इन पांच सीटों पर मामूली वोटों से हारी

हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर बात नहीं बनने के बाद अकेले चुनाव लड़ने वाले आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचाया इसका अंदाजा राज्य के पांच विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव नतीजों को देखकर लगाया जा सकता है। उचाना कलां में कांग्रेस को मात्र 32 वोटों से हार मिली है। यहां पर आम आदमी पार्टी को 2495 वोट मिले हैं। असंध में कांग्रेस को 2306 वोट से हार मिली है, यहां पर आप को 4290 वोट मिले हैं। वहीं, डबवाली में कांग्रेस 610 वोट से हार गई। यहां से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को 6606 मत मिले।

Image Source : india tv AAP ने कांग्रेस को 5 सीटों पर सीधे तौर पर पहुंचाया नुकसान!

इसी तरह दादरी में आप को 1339 वोट मिले। यहां पर कांग्रेस 1957 वोटों से हारी। महेंद्रगढ़ में कांग्रेस 2648 वोट से हारी। यहां पर आप को 1740 वोट मिले। यानी प्रदेश की पांच सीटों पर आम आदमी पार्टी ने सीधे तौर पर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया। अगर गठबंधन में दोनों पार्टियां लड़ती तो शायद इन सीटों पर जीत हासिल की जा सकती थी। इनमें से चार सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है। जबकि एक पर इनेलो जीती है।

आप-कांग्रेस में नहीं हो पाया था गठबंधन

बता दें कि हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी आम आदमी पार्टी से गठबंधन के पक्ष में थे लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई नेता इस गठबंधन के खिलाफ थे। कई दौर की बातचीत के बाद दोनों दलों में सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बनी। इसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए। आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर गठबंधन होता तो शायद आज कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाने की स्थिति में होती।